भोपाल। पूर्व सीएम कमलनाथ के विवादित बयान को लेकर प्रदेश में राजनीति अब उबाल पर आने लगी है. बीजेपी ने कमलनाथ के इस बयान के विरोध में सोमवार यानी आज प्रदेश भर में मौन उपवास किया. इसके अलावा सीएम शिवराज ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उनसे कमलनाथ को पार्टी से निकालने की मांग की है. सीएम शिवराज ने कहा कि सोनिया गांधी को लगता है कि कमलनाथ की ये टिप्पणी गलत है, तो उनको उचित कदम उठाना चाहिए.
मुख्यमंत्र शिवराज ने कहा कि अगर वे कोई एक्शन नहीं लेतीं हैं, तो इससे यह साबित होता है कि कांग्रेस और सोनिया गांधी उनके बयान के समर्थन में हैं. वहीं दलितों और दूसरे मुद्दों पर धरने पर ना बैठने के सवाल पर सीएम ने कहा कि यह कांग्रेस का अंहकार बोल रहा है.
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मंत्री इमरती देवी पर कमलनाथ द्वारा दिए गए बयान पर बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट कर कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है. पूर्व सीएम के बयान को लेकर भोपाल में सीएम शिवराज तो वहीं ग्वालियर में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और इंदौर में बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मौन उपवास किया.
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बता दें कि 18 अक्टूबर को ग्वालियर के डबरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सभा करने पहुंचे थे. सुरेश राजे के समर्थन में सभा करते हुए कमलनाथ ने इमरती देवी को 'आइटम' कह दिया था. पूर्व सीएम कमलनाथ ने मंच से बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मैं उसका नाम क्यों लूं, क्योंकि आप मुझसे ज्यादा जानते हैं. उन्होंने कहा जनता को मुझे तो पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, कि वो क्या आइटम हैं.'