भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा प्रदेश में शराब के मुद्दे पर जताई जा रही आपत्ति को देखते हुए राज्य सरकार ने आबकारी नीति में बड़ा निर्णय लिया है. राज्य सरकार ने नई कैबिनेट नीति को मंजूरी देते हुए प्रदेश में चलने वाले तमाम अहातों को बंद करने का निर्णय लिया है. प्रदेश में अब कोई भी अहाते नहीं चलेंगे. साथ ही प्रदेश में शॉप बार भी संचालित नहीं होंगे. यानी अब शराब लेकर दुकान में बैठकर इसका सेवन नहीं कर सकेंगे. राज्य सरकार ने तय किया है कि अब स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर सहित तमाम शैक्षणिक संस्थानों से शराब दुकानों की दूरी को 50 मीटर से बढ़ाकर 100 मीटर होगी.
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शराब पीकर वाहन चलाने पर और सख्ती होगी: कैबिनेट में निर्णय लिया गया है कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक नियमों को अब और सख्त किया जाएगा. इसके लिए कैबिनेट की बैठक में कार्रवाई के प्रावधान और सख्त करने का निर्णय लिया गया. ताकि वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके. सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में शराब के सेवन को हतोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है. यही वजह है कि 2010 से प्रदेश में एक भी नई शराब की दुकान नहीं खोली गई है.