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CM शिवराज ने मीसाबंदियों के लिए खोला पिटारा, अब मिलेंगे हर महीने 30 हजार, मिलेंगी कई और सुविधाएं - मीसाबंदियों को हर महीने 30 हजार मिलेंगे

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीसाबंदियों के लिए बड़ा ऐलान किया है. इस दौरान एक तरफ जहां सीएम मीसाबंदियों को कई सौगातें दी, वहीं दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर निशाना साधा.

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Published : Jun 26, 2023, 7:28 PM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 26 जून को मीसाबंदियों के लिए बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि अब मीसा बंदियों को सम्मान निधि के तौर पर 30 हजार रुपये मिलेंगे. उन्होंने कहा कि मैं भी एक स्वतंत्रता सेनानी हूं. जब कोई सत्ता के मद में चूर होता है, तो सब भूल जाते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस में आयोजित मीसाबंदियों की सभा में ये घोषणाएं की. इस दौरान उन्होंने गांधी परिवार पर भी जमकर हमला बोला.

इंदिरा गांधी ने कुचला लोकतंत्र: सीएम ने उन्होंने कहा कि आपातकाल में अपने आप को बनाकर रखने के लिए संविधान का गला घोंट दिया गया. सीएम ने कहा कि यह सब अंग्रेजों और मुगलों की तरह ही किया गया. एक परिवार को सत्ता में बने रहना था. जब इंदिरा गांधी को लगा कि फैसला उनके खिलाफ आया है तो उन्होंने लोकतंत्र को कुचल कर रख दिया. सीएम ने कहा कि वो दिन लोकतंत्र में काला दिन था. इस देश के लोकतंत्र को समाप्त करने की इंदिरा गांधी ने की कोशिश थी. इंदिरा गांधी नहीं चाहती थी कि देश का सिरमौर आगे बढ़े. पूरे देश में अत्याचार का काम हुआ था. लोगों को प्रताड़ित किया गया था.

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सीएम ने की घोषणाएं: मीसाबंदी लगातार हिम्मत जुटाकर लड़ाई में जुटे रहे. उन पर डंडे पड़ते रहे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान बड़ी घोषणाएं की भी की. मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में लोकतंत्र सेनानी (मीसाबंदी) को अब सरकार 25000 के बजाय तीस हजार रुपए महीना पेंशन देगी. लोकतंत्र सेनानी जिलों के विश्राम गृह में दो दिन तक पचास फीसदी शुल्क के साथ रुक सकेंगे. उनके फ्री इलाज की भी व्यवस्था की जाएगी. उनके परिचय पत्र बनेंगे. उनके दिवंगत होने पर दस हजार की आर्थिक सहायता तत्काल मिलेगी. जिनको 5 हजार सम्मान निधि मिलती थी, उन्हें अब 8 हजार सम्मान निधि मिलेगी. इसके अलावा नई दिल्ली के एमपी भवन में मीसाबंदियों के लिए स्वतंत्र संग्राम सेनानियों की तरह रुकने की व्यवस्था होगी.

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