भोपाल। मध्य प्रदेश में रेत खनन माफिया के हौसले कितने बुलंद हैं कि वे अधिकारियों की हत्या से भी नहीं चूक रहे. ताजा घटना मध्यप्रदेश के शहडोल की है. यहां खनन रोकने गए पटवारी को रेत माफिया ने ट्रैक्टर से कुचल दिया. पटवारी प्रसन्न सिंह की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. कमलनाथ ने कहा सोशल मीडिया साइट एक्स (X) पर लिखा कि शिवराज सरकार के दौरान पनपे भ्रष्टाचार और घोटालों के कारण यह स्थिति पैदा हुई है.
अवैध खनन रोकने गए थे पटवारी:बताया जा रहा है कि पटवारी प्रसन्न सिंह अपने साथ अन्य पटवारी साथियों के साथ क्षेत्र के देवलोंद थाना क्षेत्र से बहने वाली सोन नदी के पास स्थित गोपालपुर में चल रहे अवैध खनन को रोकने के लिए गए थे. मौके पर उन्होंने अवैध उत्खनन कर परिवहन कर रहे एक ट्रैक्टर को पकड़ लिया, लेकिन तभी ट्रैक्टर चालक ने पटवारी पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया. इससे पटवारी प्रसन्न सिंह ने मौके पर भी दम तोड़ दिया. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने ट्रैक्टर जब्त कर लिया और आरोप वाहन चालक शुभम विश्वकर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया. इस घटना ने प्रदेश में चल रहे अवैध खनन और इसमें लगे माफियाओं के बुंदल हौसलों को फिर बता दिया. इस घटना ने 2012 में हुई आईपीएस की हत्या को फिर ताजा कर दिया है.
- 8 मार्च 2012 को 2009 बैच के आईपीएस नरेन्द्र कुमार सिंह की अवैध खनन माफिया ने पत्थरों से भरे ट्रैक्टर को चढ़ाकर हत्या कर दी थी.
- जून 2015 में शाजापुर जिले में अवैध खनन रोकने पहुंची महिला माइनिंग इंस्पेक्टर और उसकी टीम को घेरकर मारपीट कर दी. हमले में होमगार्ड के तीन जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे.
- सितंबर 2018 में मुरैना जिले के देवरी गांव में खनन माफिया ने वन विभाग के डिप्टी रेंजर की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी.
- मई 2022 में मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में खनन माफियाओं ने अवैध रेत उत्खनन रोकने पहुंचे वन कर्मियों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया था. घटना में वन विभाग के अधिकारी के हाथ में फ्रैक्चर हो गया था.