भोपाल। मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा से चयनित अभ्यर्थियों ने एक साल से ज्वॉइनिंग नहीं मिलने का विरोध किया. अभ्यर्थियों ने भोपाल में प्रदेश बीजेपी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम ज्ञापन देकर 30 हजार चयनित अभ्यर्थियों को नौकरी दिलवाने की मांग की.
1 साल से कर रहे हैं नियुक्ति का इंतजार
2018 में स्कूल शिक्षा विभाग और जनजाति कल्याण विभाग ने पीईबी की मदद से संयुक्त पात्रता परीक्षा का आयोजन किया था. इस दौरान उच्च माध्यमिक श्क्षक और माध्यमिक शिक्षकों के हजारों पदों की भर्ती निकली थी. परीक्षा के बाद एक साल में सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन पूरा किया गया था. अब सत्यापन हुए एक साल होने के बाद भी इन शिक्षकों को नियुक्ति नहीं मिल पाई है.
गुरु पूर्णिमा पर शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन बीजेपी ऑफिस के बाहर किया प्रदर्शन
नियुक्ति नहीं मिलने से परेशान प्रदेशभर के शिक्षकों ने गुरु पूर्णिमा पर्व पर प्रदर्शन कर शिक्षकों को नियुक्ति देने की मांग की. इसी कड़ी में जब सरकार ने इन अभ्यर्थियों की नहीं सुनी तो वो सत्ताधारी संगठन यानी की बीजेपी के दफ्तर पहुंच गए. पहले तो अभ्यर्थियों ने बीजेपी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम संगठन महामंत्री रजनीश अग्रवाल ने ज्ञापन लिया.
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कमलनाथ ने ट्वीट कर साधा निशाना
इधर चयनित अभ्यर्थियों को ज्वॉइनिंग नहीं मिलने पर उनके विरोध-प्रदर्शन का कांग्रेस ने समर्थन किया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक शिक्षक का वीडियो पोस्ट किया. यह शिक्षक सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए मुंडन करवा रहा था. इस ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा कि "शिवराज सरकार में प्रदेश में शिक्षकों की चयन प्रक्रिया के समस्त चरण पूर्ण होने के बाद भी उनकी नियुक्ति का आदेश नही निकाला गया, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है ? नियुक्ति के इंतज़ार में आज ये चयनित अभ्यर्थी अपने परिवारों के साथ बेहद संकट का सामना करते हुए अपना जीवन व्यतीत कर रहे है।"