भोपाल। मध्यप्रदेश के 11 जिलों में होने वाली दुर्घटनाओं का ब्यौरा तैयार किया जाएगा, यह डाटा समेकित सड़क दुर्घटना डाटा बेस (आईआरएडी) ऐप के जरिए तैयार होगा. भारत सरकार के राजमार्ग एवं परिवहन मंत्रालय द्वारा समेकित सड़क दुर्घटना डाटा बेस (आईआरएडी) ऐप तैयार किया गया है. पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मध्यप्रदेश सहित छह राज्यों को शामिल किया गया है. आईआरएडी ऐप के माध्यम से दुर्घटनाओं का सटीक डेटा मिल सकेगा. प्रदेश के 11 जिलों में 15 फरवरी से उक्त ऐप के माध्यम से डाटा संग्रहण कार्य शुरु होने वाला है.
मप्र के 11 जिलों में तैयार होगा ऐप से दुर्घटनाओं का ब्यौरा
भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने सड़क हादसों का ब्यौरा तैयार करने के लिए समेकित सड़क दुर्घटना डाटा बेस एक ऐप की मदद से तैयार करेगा, इसके लिए मध्यप्रदेश के 15 जिलों को पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है.
एडीजी डीसी सागर ने बताया कि गत दिवस राजमार्ग एवं परिवहन मंत्रालय के समक्ष भोपाल से वर्चुअली आईआरएडी ऐप का प्रस्तुतिकरण किया गया है, ऐप से सड़क दुर्घटना संबंधित समेकित जानकारी संग्रहित की जा सकेगी. इस जानकारी से प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय स्तर पर सड़क दुर्घटना से संबंधित विभिन्न प्रकार के विश्लेषण किये जा सकेंगे. ऐप द्वारा घटना स्थल के फोटो और वीडियो तैयार किये जा सकेंगे, जिससे दुर्घटनाओं का सटीक रिकॉर्ड निर्मित एवं संधारित होगा. ऐप का प्रयोग मध्यप्रदेश के 11 जिलों में 15 फरवरी से किया जाना प्रस्तावित किया गया है.
एडीजी सागर ने बताया कि आईआरएडी ऐप में सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति में पुलिस, परिवहन, राजमार्ग, स्वास्थ्य और 108 एम्बुलेंस से संबंधित कार्य क्षेत्र तथा संबंधित एजेंसियों के कर्तव्यों की जानकारी है. इसका उपयोग कर पुलिस एवं अन्य सड़क सुरक्षा संबंधी एजेंसियां दुर्घटना स्थल पर दुर्घटना संबंधी डाटा एकत्रित कर ऐप में प्रविष्ट करेंगी. संकलित समेकित डाटा का उपयोग कर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये आवश्यक सुधारात्मक उपाय किये जायेंगे.