भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है, इसी कड़ी में बांधवगढ़ नेशनल पार्क पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म सफारी की स्क्रीनिंग हुई. ये फिल्म प्रदेश के उभरते वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर सुयश केसरी ने बनाई है. इस मौके पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सफारी फिल्म की तारीफ की और युवा फिल्म मेकर सुयश की पीठ थपथपाई.
डॉक्यूमेंट्री फिल्म सफारी की हुई स्क्रीनिंग उन्होंने टाइगर को इकोसिस्टम के लिए बेहद जरूरी बताया, मुख्यमंत्री ने कहा कि जानवरों के संरक्षण के लिए उनकी सरकार ने कई कदम उठाए हैं और टाइगर स्टेट के दर्जे को अब खत्म नहीं होने दिया जाएगा. सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश प्रकृति से भरपूर और वन्य जीवों से समृद्ध प्रदेश है. वन्य जीव और प्रकृति, पर्यटन ऐसी आर्थिक गतिविधियां हैं. जो शिक्षाप्रद है और संवेदनशीलता की अपेक्षा करती हैं, यह एक उत्तरदायित्वपूर्ण पर्यटन गतिविधि है.
उन्होंने कहा कि इसे संवेदनशीलता के साथ बढ़ावा देना होगा और पर्यटन क्षमता का विशेष ध्यान रखना होगा. मुख्यमंत्री का कहना है कि हमारा प्रदेश पर्यटन, वन और वन्य जीव के मामले में धनी है. इसके जरिए हम मध्यप्रदेश की एक बेहतर प्रोफाइल बना सकते हैं, जो न केवल हमारे देश के बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा. मुख्यमंत्री ने सुयश केशरी को एक बेहतर सफारी फिल्म बनाने के लिए बधाई दी और आशा व्यक्त की कि इसका लाभ प्रदेश को मिलेगा.
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर सुयश केसरी ने नॉर्थ कैलिफोर्निया की वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं. वे प्रदेश के आईएएस अफसर आईपीसी केसरी के बेटे हैं. भोपाल के मिंटो हाल में बांधवगढ़ नेशनल पार्क पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म की स्क्रीनिंग हुई. जिसमें बतौर चीफ गेस्ट मुख्यमंत्री कमलनाथ, वन मंत्री उमंग सिंघार, पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल, मंत्री सुखदेव पांसे, मुख्य सचिव एसआर मोहंती, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और विश्व प्रकृति निधि के सदस्य मौजूद रहे.