भोपाल। नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल (नैक) के नए मापदंडों में जिले के कॉलेज खरे नहीं उतर रहे हैं. जिसके चलते शहर के एकमात्र साइंस कॉलेज मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय से ग्रेड ए का तमगा छिन गया है. एमवीएम की थर्ड साइकिल में स्कोर 3.25 से कम होकर 2.25 सीजीपीए हो गया है. इस विषय पर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि प्रदेश के बाकी कालेजों का स्तर सुधर रहा है और सरकार इसके लिए लगातार प्रयास कर रही है.
नैक की रैंकिंग में राजधानी का मोतीलाल साइंस कॉलेज पिछड़ा - Jeetu Patwari at Science College
नैक की रैंकिंग में भोपाल का साइंस कॉलेज फिसड्डी साबित हुआ है. जिसके चलते कॉलेज का ए ग्रेड का तमगा छिन गया है. वहीं पटवारी ने कहा है कि कॉलेजों के स्तर में लगातार सुधार किया जा रहा है.
जीतू पटवारी ने कहा कि एमबीएम कॉलेज के गिरते ग्रेड को नजर-अंदाज करते हुए बाकी कालेजों का स्तर लगातार सुधर रहा है. मध्यप्रदेश पहला राज्य है जिसने नैक के अपडेशन के लिए कालेजों को बाध्य किया है. सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि कॉलेजों में इस बार 10 प्रतिशत तक बढ़े हैं. लड़कियों का एडमिशन मुफ्त में करने का फायदा मिला है. प्रोफेसर की नियुक्तियां की जा रही हैं. यह सब शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए किया जा रहा है.