भोपाल/शहडोल। मध्य प्रदेश में 1 फरवरी यानी आज से फिर स्कूल खोले गए हैं. इस दौरान स्कूल पहुंचे बच्चों ने इसे बेहतर कदम बताया. उनका कहना था कि घर पर वैसी पढ़ाई नहीं हो पाती, जैसी स्कूल में हो जाती है. एग्जाम भी आने वाले है और इनकी तैयारियां स्कूल आने से बेहतर होती है. इधर सरकार ने बोर्ड एग्जाम की तारीख नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है. कक्षा 10वीं की परीक्षा 18 फरवरी से और 12वीं की 17 फरवरी 2022 से आयोजित की जाएगी.
ऑफलाइन पढ़ाई चाहते हैं छात्र
प्रदेश में कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के बच्चों को स्कूल आने की अनुमति दी गई है, लेकिन इनकी संख्या 50% उपस्थिति के साथ ही है. मंगलवार को स्कूलों में पहुंचे बच्चों के चेहरे पर खुशी साफतौर पर नजर आई. कक्षा में पहुंचे बच्चे मास्क के साथ ही सैनिटाइजर का उपयोग करते हुए भी नजर आए. उनका कहना था कि अभी एग्जाम भी करीब आ गए हैं, ऐसे में ऑफलाइन पढ़ाई बेहतर है. उनके डॉट्स क्लीयर हो पाते हैं. टीचर भी कहती हैं कि बच्चे ऑनलाइन में उतना पढ़ नहीं पाते जितना ऑफलाइन कक्षाओं में पढ़ाई हो जाती है.
ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्कूल पहुंचे बच्चे
शहरी इलाकों के साथ-साथ आदिवासी बाहुल्य शहडोल में भी स्कूल खुलने की बच्चों में खुशी दिखी. शहडोल के सेंट्रल एकेडमी स्कूल में बच्चे पहुंचे थे हालांकि उनकी संख्या कम थी, जिसे लेकर प्रिंसिपल संजय मिश्रा ने बताया कि आनन-फानन में शाम को डिसीजन हुआ, हो सकता है इसके चलते कुछ कम बच्चे आए हैं. उन्होंने कहा कि छात्र भी अव स्कूल आना चाह रहे हैं क्योंकि उन्हें भी मालूम है कि अब उनका नुकसान हो रहा है. वहीं स्कूल में कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है.