भोपाल। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने प्रशासन अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में उमंग किशोर हेल्पलाइन और विकास खंड स्तरीय किशोर परामर्श केंद्र का शुभारंभ किया.अपनी व्यक्तिगत समस्याओं और पढ़ाई संबंधी परेशानियों को स्टूडेंट उमंग किशोर हेल्पलाइन में कॉल कर उसे दूर कर सकेंगे
स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने उमंग किशोर हेल्पलाइन का किया शुभारंभ
भोपाल में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने प्रशासन अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में उमंग किशोर हेल्पलाइन और विकास खंड किशोर परामर्श केंद्र का शुभारंभ किया. इस हेल्पलाइन के जरिए बच्चे अपनी व्यक्तिगत समस्याओं और पढ़ाई संबंधी परेशानियों को सुलझा सकेंगे.
कॉल सेंटर पर मंत्री ने किया कॉल, लेकिन नहीं हुआ कनेक्ट
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्टूडेंट 14425 टोल फ्री नंबर पर कॉल कर अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं. स्टूडेंट्स की समस्याओं को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा. उमंग किशोर हेल्पलाइन और विकासखंड स्तरीय किशोर परामर्श केंद्र का उद्घाटन करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने काउंसलिंग सेंटर के टोल फ्री नंबर 14425 पर मोबाइल से फोन किया. मंत्री का कॉल तो लगा, लेकिन नेटवर्क समस्या की वजह से काउंसलर से उनकी बात नहीं हो सकी.
12 घंटे चालू रहेगी हेल्पलाइन, मुख्यालय पर रहेंगे 8 काउंसलर
उमंग किशोर हेल्पलाइन और विकासखंड स्तरीय किशोर परामर्श केंद्र के लिए भोपाल मुख्यालय पर 8 परामर्शदाता और दो सुपरवाइजर सुबह 8:00 बजे से रात 8:00 बजे तक मौजूद रहेंगे. वहीं प्रदेश की सभी 313 ब्लॉक की किशोर परामर्श केंद्र पर 2-2 काउंसलर तैनात किए जाएंगे. समाजशास्त्र और मनोविज्ञान विषय की डिग्री धारियों को बतौर काउंसलर नियुक्त किया गया है. काउंसलर को टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस मुंबई में 10 दिनों की ट्रेनिंग और मॉक सेशन कराया जाएगा. उमंग किशोर हेल्पलाइन पर एक साथ करीब 16 कॉल अटेंड किए जा सकेंगे.
स्टूडेंट्स की तमाम समस्याओं के लिए की जाएगी काउंसलिंग
उमंग किशोर हेल्पलाइन पर स्टूडेंट्स की तमाम समस्याओं को लेकर काउंसलिंग की जाएगी. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने बताया कि युवावस्था में कदम रखने वाले स्टूडेंट्स की कई भावनात्मक समस्याएं भी होती हैं. जिन्हें वे किसी से शेयर नहीं कर पाते. ऐसे स्टूडेंट्स हेल्पलाइन सेंटर पर कॉल कर अपनी समस्या बता सकते हैं. हेल्पलाइन पर कॉल करने वाले स्टूडेंट्स की समस्याओं को गोपनीय रखा जाएगा. हेल्पलाइन को पुलिस थानों हॉस्पिटल्स से भी जोड़ा गया है. ताकि आपात स्थिति में पुलिस और हॉस्पिटल में प्राथमिकता से मदद के लिए आगे रहे.