भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों को राहत देते हुए पालकों को झटका दिया है. अब अभिभावकों को बच्चों की ट्यूशन फीस के अलावा अन्य फीस जमा करनी होगी. निजी स्कूल इस फीस को किस्तों में या अपनी सुविधा अनुसार एकमुश्त भी ले सकते हैं. स्कूल शिक्षा विभाग ने इसके लिए सभी स्कूलों को आदेश दे दिए हैं. आदेश में यह भी कहा गया है कि यदि फीस का भुगतान नहीं किया गया है, तब भी स्कूल बच्चों के नाम नहीं काट सकते और उन्हें पढ़ाने से मना नहीं कर सकेंगे. साथ ही अगले आदेश तक स्कूल फीस नहीं बढ़ा सकते. शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ का वेतन भी 20 प्रतिशत से ज्यादा कम नहीं काट सकते. यदि वेतन काटा जाता है तो ऐसी स्थिति में स्कूलों को शिक्षकों का वेतन 6 किस्तों में लौटाना पड़ेगा.
निजी स्कूलों के लिए खुशखबरी किश्तों में दे सकते है अभिभावक फीस
कोरोना काल में स्कूल फीस को लेकर निजी स्कूलों के अभिभावकों द्वारा पिछले 5 माह से लड़ाई लड़ी जा रही है. यह मामला कोर्ट में भी गया, जहां स्कूलों द्वारा केवल ट्यूशन फीस वसूली जाने का निर्णय लिया गया. वहीं अभिभावकों का कहना है कि जब स्कूल लगे ही नहीं तो फीस किस बात की. लेकिन अब स्कूल शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी कर स्कूलों को फीस वसूलने की इजाजत दे दी है. अब प्राइवेट स्कूल अभिभावकों से एकमुश्त या सुविधा अनुसार किस्तों में फीस वसूल सकते हैं.
शिक्षकों की सैलरी नहीं काट सकते प्राइवेट स्कूल
निजी स्कूलों के संचालकों का कहना है कि जिस तरह अभिभावक फीस को लेकर प्रदर्शन आंदोलन कर रहे थे. उसी तरह निजी स्कूलों ने भी शांतिपूर्ण तरीके से विभाग के सामने अपनी बातें रखी थी. स्कूलों को इस कोरोना काल में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा है. अब सरकार ने यह फैसला लिया है कि निजी स्कूल छात्रों से फीस वसूल सकते हैं. उन्होंने कहा हम वैसे भी फीस इंस्टॉलमेंट में ही लेते हैं और जो छात्र फीस नहीं वसूल पाए हैं उनका नाम स्कूलों से काटा भी नहीं गया है. लेकिन बावजूद इसके स्कूलों को पिछले 6 माह से कोई फीस नहीं मिली है. ऐसे में सरकार का यह फैसला निजी स्कूलों के लिए अच्छा है उन्होंने कहा अगर हमे अभिभावकों से फीस मिलेगी तो हम शिक्षकों को भी पेमेंट कर पाएंगे.
सुविधानुसार एकमुश्त फीस भी ले सकते है स्कूल
एसोसिएशन ऑफ अनएडेड प्राइवेट स्कूल के उपाध्यक्ष नीव राज मोदी ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग ने प्राइवेट स्कूल संचालकों की मांग पर यह फैसला किया है. कि अब निजी स्कूलों के अभिभावकों को छात्रों की पूरी फीस देनी होगी. इसके लिए निजी स्कूल एकमुश्त या किस्तों में फीस ले सकते हैं. उन्होंने कहा 1 जनवरी से स्कूल पूरी तरह खुल जाएंगे. सीबीएसई ने भी परीक्षाएं कराने का निर्णय ले लिया है. ऐसे में स्कूलों में कक्षाएं भी लग रही है और करोना गाइडलाइन के साथ स्कूल चलाना संचालकों के लिए भी मुश्किल है. ऐसे में सरकार का यह फैसला निजी स्कूलों के हित में है.