भोपाल।कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सज्जन सिंह वर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी पर अभद्र टिप्पणी की है. मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार के 100 दिन पूरे हो गए हैं, जिसके विरोध में कांग्रेस पूरे प्रदेश में काला दिवस मना रही है. इस दौरान प्रदर्शन करते हुए सज्जन सिंह वर्मा ने पीएम मोदी पर टिप्पणी की है. साथ ही उन्होंने कहा है 4-5 प्रदेश में एक साथ चुनाव हारने के बाद बीजेपी ने सरकार गिराने का ठेका देना शुरु कर दिया है और ये ठेका उन्होंने अंबानी और अडानी को दिया है.
सज्जन सिंह वर्मा ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा- नीतियां बनाना आपके बस की बात नहीं
शिवराज सरकार के 100 दिन पूरे हो गए हैं. जिसके विरोध में कांग्रेस पूरे प्रदेश में काला दिवस मना रही है. प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी पर अभद्र टिप्पणी की है.
दिसंबर 2018 में निर्वाचित हुई कमलनाथ सरकार को बीजेपी ने साजिश के तहत गिरा दिया था, जिसके बाद शिवराज सिंह फिर सत्ता की कुर्सी पर बैठे थे. कांग्रेस का आरोप है कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को बीजेपी ने खरीद फरोख्त कर और सौदेबाजी कर गिराया है. कमलनाथ सरकार ने अपने 15 महीने के कार्यकाल में प्रदेश की जनता को कई तरह की सौगात दी थीं और जनता सरकार से खुश थी. लेकिन बीजेपी ने षड्यंत्र करके मध्य प्रदेश की सरकार को गिराया और पिछले 100 दिनों में प्रदेश की जनता को बदहाली के दलदल में धकेल दिया. आज कोरोना के समय पर प्रदेश की जनता हर तरह से परेशान है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों की बगावत से कमलनाथ सरकार अल्पमत में आने के कारण गिर गई थी. मध्य प्रदेश के संसदीय इतिहास की ये पहली घटना थी. इस घटना के विरोध में आज मध्यप्रदेश कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में काला दिवस मना कर विरोध जताया. इस अवसर पर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई कमलनाथ सरकार को 121 विधायकों का समर्थन प्राप्त था, लेकिन बीजेपी ने 22 विधायकों को करोड़ों रुपए में खरीदकर सौदेबाजी कर सरकार को गिरा दिया. आज इस सरकार को 100 दिन बीत चुके हैं और इन 100 दिनों में शिवराज सरकार की हकीकत सामने आ गई है.
डीजल-पेट्रोल लगातार महंगा किया जा रहा है. कमलनाथ सरकार में गरीबों के लिए 100 रूपए में बिजली मिलती थी. आज बिजली का बिल हजारों रुपए में आ रहे हैं. चारों तरफ महंगाई बढ़ रही है. लोगों के धंधे चल नहीं रहे हैं. लोगों के पास रोजगार नहीं है. जबकि कमलनाथ सरकार में 15 महीने में गरीब और आम जनता के लिए कई जन हितैषी कार्य किए थे. इसी के विरोध में आज कांग्रेस काला दिवस मना रही है.