भोपाल। कुछ अलग करने और समाज मे संदेश देने के लिए अपना जीवन ही लगा देने वाले बहुत कम ही होते हैं. ऐसे ही भोपाल के एक स्वच्छता कमांडो इन दिनों देशभर में गंदगी भारत छोड़ो अभियान चला रहे हैं. नूरमहल निवासी 65 साल के बुजुर्ग ने गंदगी हटाने का एक अनोखा संकल्प लिया है. जिसके लिए उम्र दराज सैफुद्दीन पिछले 5 साल से एक अभियान के तौर पर गंदगी साफ कर रहे हैं. शहरों को साफ सुथरा बनाने से शुरुआत कर सफाई करने का संदेश सैफुद्दीन दे रहे हैं. इनके पहनावे से लेकर वाहन तक सभी सफाई का संदेश दे रहे हैं, जो केवल अपने काम से ही नहीं अपने पहनावे से भी एक अलग ही मैसेज लोगों तक पहुंचा रहे हैं.
65 साल के बुजुर्ग सैफुद्दीन पिछले 5 साल से हर रविवार को भोपाल सहित आसपास के इलाकों में पहुंचकर सफाई के काम में जुट जाते हैं. दाएं कंधे पर थैले के मिले-जुले में सूखा कचरा और बाएं कंधे पर हरे झोले में गीला कचरा रखते हुए बिना किसी परवाह किए आगे बढ़ते रहते हैं. इस दौरान वहां में मिलने वालों को खुद के आसपास सफाई रखने के प्रति जागरूक भी करते हैं. साथ ही मुख्य चौराहों पर पंपलेट लेकर बड़े-बड़े स्पीकर के साथ जागरूक करने के लिए घंटों खड़े रहते हैं.
कपड़ों से लेकर वाहन पर है मैसेज
बोहरा समाज से ताल्लुक रखने वाले सैफुद्दीन का सफाई से गहरा जुड़ाव है. स्वच्छता का संदेश देने के लिए उन्होंने अपने कपड़ों और वाहनों का भी उपयोग किया है. जिस पर 'हम कब सुधरेंगे' 'गीला कचरा हरे डस्टबिन में और सूखा कचरा नीले डस्टबिन डालें' जैसे मैसेज लिखे हुए हैं स्वयं नीले रंग की शर्ट सूखे कचरे और हरे रंग के पेंट गीले कचरे के पति के रूप में हर रविवार को पहनते हैं. अपनी एक्टिवा गाड़ी पर झाड़ू को फसाए यात्रा पर निकल पड़ते हैं.