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सफीदों की बेटी मानसी बालूजा मध्यप्रदेश में बनीं जज, रंग लाई 8 साल की कड़ी मेहनत

मानसी बालूजा के जज बनने पर परिवार और सफीदों क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है. मानसी सफीदों क्षेत्र की पहली लड़की है, जिन्होंने न्यायिक सेवा परीक्षा पास की है.

सफीदों की बेटी मानसी बालूजा मध्यप्रदेश में बनीं जज

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Published : Sep 16, 2019, 3:22 PM IST

जींद: सफीदों की बेटी मध्यप्रदेश में जज बनी हैं. वार्ड नंबर-15 की रहने वाली मानसी बालूजा 26 साल की हैं. मानसी बालूजा जिले की पहली युवती हैं, जो जज बनी हैं. फिलहाल मानसी के घर बधाइयों का तांता लगा है. उनके जानने वाले फोन पर और ईमेल के जरिए उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं.

सफीदों की बेटी मानसी बालूजा मध्यप्रदेश में बनीं जज

मानसी के घर लगा बधाइयों का तांता
मानसी के जज बनने पर परिवार और सफीदों क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है. मानसी सफीदों क्षेत्र की पहली लड़की हैं, जिन्होंने न्यायिक सेवा परीक्षा पास की है. मानसी के पिता उद्योगपति हैं, जबकि माता गृहणी हैं. छोटा भाई अभिनव अपने पिता के व्यापार में हाथ बंटाता है.

कड़ी मेहनत लाई रंग
मानसी ने बताया कि उन्होंने 2010 में 12वीं की परीक्षा पास करते ही जज बनने का फैसला किया था. 12वीं कक्षा विज्ञान संकाय से पास करने बाद मानसी ने केयूके में इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ से साल 2010-15 तक बीए, एलएलबी की. उसके बाद केयूके से ही उन्होंने 2015-17 तक एलएलएम डिप्लोमा ऑफ लॉ किया.

'अपराध पर लगाम लगाना प्राथमिकता'
मध्यप्रदेश में जज बनी मानसी ने कहा कि जज बनकर उनकी प्राथमिकता रहेगी कि न्यायालयों में चल रहे तलाक, परिवार के झगड़ों के मामलों को आपसी सहमती से सुलह करवाया जाए. मनसी ने कहा कि परिवार बसना बहुत मुश्किल होता है, जबकि उसको उजाड़ना बहुत आसान है. महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों में कमी लाने के लिए अपराधियों को सख्त से सख्त सजा देना जरूरी है.

मध्य प्रदेश में चयनति हुई हैं मानसी
मध्यप्रदेश में जज बनीं मानसी ने बताया कि उसने पहले हरियाणा में न्यायिक सेवा परीक्षा दी थी, लेकिन 107 परीक्षार्थियों में से छह को ही जज बनने का मौका मिला, जो बाद में स्टे भी हो गया. उसके बाद उसने 2018 में पंजाब, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश की न्यायिक परीक्षाएं दी. इन परीक्षाओं के लिए उसे सिर्फ चार घंटे ही सोने के लिए मिलता था. इसके लिए पढ़ाई करने के साथ मानसी ने कोचिंग भी ली.

मानसी बालूजा ने साल 2018 में छत्तीसगढ़ के लिए न्यायिक सेवा परीक्षा दी, जिसमें उनका नाम वेटिंग में डाल दिया गया था. मानसी ने बताया कि एक साल की ट्रेनिंग लेने के बाद उन्होंने जुडीशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास का पद दिया जाएगा.

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मानसी की मां रेनू बालूजा ने कहा कि मानसी किचन की शौकीन हैं. वो उनका पूरा साथ देती है. मानसी को पढ़ाई के साथ-साथ पूजा पाठ और सेवाभाव के कार्य करना बहुत पसंद है. जज बनी मानसी ने अपनी सफलता के पीछे अपने परिवार को बताया.

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