भोपाल: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सांसद निधि से 1 लाख 11 हजार 111 की राशि दान की है. इसके साथ ही भारत भक्ति अखाड़े की तरफ से महामंडलेश्वर होने के नाते 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का चेक अलग से दिया है. कार्यक्रम के दौरान सांसद प्रज्ञा ने कहा कि जो लोग धन संग्रह के दौरान संकट उत्पन्न कर रहे हैं वह खुद संकट में जाएंगे. बता दें धन संग्रहण के दौरान पथराव और हिंसा के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिन पर साध्वी ने अपनी राय देते हुए ये बात कही.
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर मेरा सौभाग्य है कि ढांचा गिराने में शामिल थी प्रज्ञा राम जन्मभूमि निर्माण ही समर्पण अभियान के तहत विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय संगठन मंत्री विनायक देशपांडे को भोपाल सांसद ने यह दोनों चेक सौंपा इस दौरान साध्वी ने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि जब ढांचा गिराया जा रहा था, उस वक्त में मौके पर मौजूद थी. मंदिर निर्माण मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं भक्त राम मंदिर निर्माण के लिए कुछ कर पा रही हूं मैने ऐसा भी नहीं कहा मैं तो कहती हूं कि तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा.
कांग्रेस पर साधा निशाना
राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह पर कांग्रेस लगातार निशाना साध रही है. इस पर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से भ्रष्टाचार की करती आई है, इसलिए उसे भगवान राम के काम में भी भ्रष्टाचार नजर आ रहा है. मैं तो कहती हूं कि कांग्रेस के नेताओं को भी साफ मन से मंदिर निर्माण में के दान करना चाहिए ताकि उनकी दूषित मानसिकता साफ हो जाए और भ्रष्टाचार खत्म हो जाए. उन्होंने आगे कहा, मैं विरोधियों से भिक्षा मांगती हूं कि आप भी दान कीजिए, कम से कम आपने जो पाप कर्म किए हैं उनसे मुक्ति मिलेगी. निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार के बयानों के जवाब में साध्वी ने कहा, जो भी इस पुण्य कार्य में भ्रष्टाचार की नियत से आएगा उसका हाल भी मारीच जैसा होगा. ये प्रभु राम की सरकार है और हनुमान जी इसे देखते हैं, वे किसी को छोड़ते नहीं हैं. इस कार्य के लिए बजरंगी, विश्व हिंदु परिषद, राम भक्त, राष्ट्र भक्त और हनुमान भक्त सब सामने हैं, उन्होंने सलाह दी कि जो राम भक्त नहीं हैं वे भी बन जाएं, उनके सब पाप प्रभु हर लेंगे.
मुहूर्त पर सवाल उठाने वाले खुद अशुभ हैं
राम मंदिर निर्माण की नीव रखे जाने के मुहूर्त पर दिग्विजय सिंह के द्वारा सवाल उठाए जाने पर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि जिसने ये कहा है उसका मैं यहां पर नाम भी नहीं लेना चाहती क्योंकि, अशुभ नाम लेने से वातावरण भी दूषित हो जाता है. मंदिर निर्माण के शुभ कार्य की शुरूआत और मुहूर्त प्रकांड विद्वानों द्वारा किया गया है. गौरतलब है कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मंदिर की नींव रखे जाने के मुहूर्त को अशुभ बताया था और कहा था कि अशुभ होने कारण ही भूमिपूजन कराने वाला पंडित, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के कई नेता कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. साध्वी ने कहा कि ऐसी किसी भी प्रकार की दूषित मानसिकता अपने पास रखे राम भक्त उनकों जवाब दे देंगे. इन सब बातों का कोई अर्थ नहीं है.
स्वामी स्वरूपानंद भी उठा चुके हैं मुहूर्त पर सवाल
बता दें, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद द्वारा भी मुहूर्त पर सवाल उठाए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर की नीव रखने का मुहूर्त पांच अगस्त को होना ठीक नहीं है, इस दिन दक्षिणायन भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की द्वतीया तिथि है. हमारे शास्त्रों में भाद्रपद मास में मंदिरारंभ निषद्ध है. स्वरूपानंद ने यह भी कहा था कि हम तो राम भक्त हैं, मंदिर कोई भी बनाए हमें प्रसन्नता होगी, लेकिन उसके लिए उचित तिथि और शुभ मुहूर्त होना चाहिए.
वैक्सीन को लेकर दिया ये बयान
वैक्सीन को लेकर विपक्ष द्वारा निशाना साधने पर साध्वी ने कहा कि ये राष्ट्र विरोधी लोग जनहित में आई वैक्सीन को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं, कोई इसे भगवा रंग दे रहा है तो कोई इसे हानिकारक बता रहा है. साध्वी ने कहा कि वैक्सीन को लेकर कई वैज्ञानिकों ने भी साफ तौर पर वैक्सीन को सही बताया है. इसे लेकर जितने भी बयान आ रहे हैं वे सब राजनीति से प्रेरित हैं. देश विरोधी मानसिकता वाले लोग इस तरह की बातें कह रहे हैं. कोरोना वैक्सीनेशन जनहित का कार्य है, इसे ठीक तरह से होना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे लोग जो वैक्सीन को लेकर इस तरह की बातें कर रहे हैं उन्हें इस बात की तकलीफ हो रही है कि वैक्सीन निशुल्क बांटी जा रही है, अगर वे सत्ता में होते तो इस बहाने भी कुछ कमा लेते.