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व्यापमं घोटाले के बड़े आरोपियों के सामने कमलनाथ सरकार ने किया सरेंडरः अजय दुबे

व्यापमं घोटाले के व्हिसलब्लोअर रहे आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने कमलनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उनका कहना है कि व्यापमं मामले में महज छोटी मछलियों पर ही शिकंजा कसा जा रहा है और बड़ी मछलियों के सामने कमलनाथ सरकार ने समर्पण कर दिया है.

RTI activist targeted Kamal Nath government
RTI एक्टिविस्ट ने कमलनाथ सरकार पर साधा निशाना

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Published : Feb 16, 2020, 2:29 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले की जांच को लेकर कमलनाथ सरकार पर व्हिसलब्लोअर अजय दुबे ने जमकर निशाना साधा है. दुबे ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने व्यापमं घोटाले में समर्पण कर दिया है, दोबारा शुरू हुई जांच में एसटीएफ की टीम ऐसे लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है, जिनकी कोई भूमिका ही नहीं थी, जबकि इस मामले के मास्टरमाइंड के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

RTI एक्टिविस्ट ने कमलनाथ सरकार पर साधा निशाना

व्यापमं घोटाला उजागर होने के साथ ही तत्कालीन विपक्ष यानी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था, उस दौरान कांग्रेस नेताओं ने खूब प्रदर्शन किए थे, इतना ही नहीं एसटीएफ, एसआईटी और कोर्ट तक में नामजद शिकायतें की गई और ये दावा भी किया गया कि बीजेपी के कई बड़े नेताओं के इशारे पर ही व्यापमं का पूरा खेल चल रहा था. पर अब प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता है, दोबारा इस बड़े घोटाले की जांच भी शुरू की गई, लेकिन अब तक जांच एजेंसी ने इन मामलों में कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है.

व्यापमं घोटाले को उजागर करने में भूमिका निभाने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने भी कमलनाथ सरकार पर हमला बोला है. इससे पहले तक कांग्रेस को इस घोटाले के मास्टरमाइंड के नाम तक पता थे, अब महज छोटी मछलियों पर ही शिकंजा कसा जा रहा है और बड़ी मछलियों के सामने कमलनाथ सरकार ने समर्पण कर दिया है. विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने व्यापमं घोटाले की दोबारा जांच करने की घोषणा की थी. सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घोटाले की जांच के आदेश भी दिए.

सीएम के आदेश के बाद एसटीएफ ने इस मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई भी की, लेकिन हकीकत में एसटीएफ ने अब तक महज एफआईआर दर्ज करने का ही काम किया है और ये एफआईआर भी सिर्फ पीएमटी परीक्षा में शामिल हुए छात्र-छात्राओं पर की गई है. उन परीक्षार्थियों की मदद करने वालों पर और बड़े स्तर पर गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ न तो एफआईआर दर्ज की गई है और न ही अब तक किसी की गिरफ्तारी हो सकी है.

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