भोपाल। मध्यप्रदेश के IAS डॉ विजय कुमार कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर निजी अस्पताल या घर मे सुविधा अनुसार आइसोलेशन में रहते हैं. जबकि पत्रकार के के सक्सेना के कोरोना पॉजिटिव होने पर उन्हें AIIMS भेजने के साथ उनके घर को सेनिटाइज कर प्रचारित किया गया था, और उनके मिलने वालों की हिस्ट्री निकालकर क्वॉरेंटाइन करवाया गया था. जिसे लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने सरकार से सबकी सुरक्षा कोरोना प्रोटोकॉल के तहत करने की मांग की है.
RTI एक्टिविस्ट ने कहा- कोरोना पॉजिटिव होने पर IAS को घरेलू सुविधाएं क्यों - RTI activist Ajay Dubey
आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने कहा है कि मध्यप्रदेश के IAS डॉ विजय कुमार कोरोना पॉजिटिव हैं. और उन्हें निजी अस्पताल या घर मे सुविधा अनुसार आइसोलेशन में रखा है. जिसके चलते उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई करने की मांग की है.
ये अधिकारी मध्यप्रदेश की जनता को कोरोना से बचाने के लिए लगातार सक्रिय थे और इनके संपर्क में अधीनस्थ स्टाफ के साथ अन्य कई आईएएस अधिकारी भी संपर्क में थे, जिनको क्वॉरेंटाइन में भेजना जरूरी है. लेकिन सरकार इस पर मौन धारण कर बैठी है. उनका कहना है ये सब मंत्रालय में प्रमुख सचिव हेल्थ, मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के संपर्क में थे, क्योकि ये लोग जनता को कोरोना से बचाने के लिए काम कर रहे हैं. सरकार सबकी सुरक्षा कोरोना प्रोटोकॉल के तहत करें,सभी बड़े अधिकारियों को भोपाल में प्रशासन अकादमी हॉस्टल को क्वॉरेंटाइन के लिए रिजर्व कर रखा है.