भोपाल।मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग तथा भारत सरकार की कंपनी राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड के मध्य एमओयू हुआ है. अब जल्द ही शासन द्वारा फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने हेतु निविदा जारी की जायेगी.
एमओयू पर साइन हुए :उल्लेखनीय है कि रोपवे निर्माण से ना केवल सस्टेनेबल डेवलपमेंट तथा पर्यावरण संरक्षण पर फोकस करते हुए प्रदेश में ट्रांसपोर्ट का विकास किया जा सकेगा, बल्कि इससे न्यूनतम भूमि अधिग्रहण, प्रदूषण नियंत्रण तथा कार्बन फुटप्रिंट कम करने जैसे लक्ष्यों की भी पूर्ति होगी. मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग की ओर से शशांक मिश्रा और एनएचएआई की तरफ से प्रकाश गौड़ ने एओयू पर साइन किए.
भूटान के पर्यटकों को मध्यप्रदेश के बौद्ध स्तूप सहित सभी पर्यटन स्थलों पर लाने की कवायद तेज, ये है सरकार की प्लानिंग
यहां बनेंगे रोपवे : रोपवे निर्माण हेतु मध्यप्रदेश शासन द्वारा रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर उज्जैन, रामराजा मंदिर ओरछा, ग्वालियर किला से फूलबाग, कोकता से नादरा बस स्टैंड भोपाल व्हाया गोविंदपुरा, गोल जोड़ तिराहा (कोलार रोड) से न्यूमार्केट भोपाल, रहली पाटन मार्ग से टिकीटोरिया माता मंदिर रहली, मांडू प्रवेश द्वार से रूपमती महल, सिद्धवरकूट जैन मंदिर से राजेश्वर आश्रम ओमकारेश्वर, नर्मदा नदी तट से सेलानी टापू ओंकारेश्वर, रनेहफॉल से केन नदी तट खजुराहो, रायसेन पार्किंग से रायसेन किला, शिव मंदिर पार्किंग से चौरागढ़ शिव मंदिर पचमढ़ी, पातालकोट तामिया तथा अमरकंटक में दूध धारा से कपिल धारा स्थल चयनित किये गये हैं. (Ropeway scheme start in MP) (14 places connect ropeway tourism)