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लॉकडाउन के दौरान सड़क हादसों में 70 फीसदी की कमी, चारों महानगरों की स्थिति जानने के लिए देखें ये रिपोर्ट

लॉकडाउन के दौरान पूरे प्रदेश में सड़क हादसों में कमी आई है. इंदौर, भोपाल, ग्वालियर में साल 2019 के मुकाबले सड़क हादसे काफी कम हुए, साथ ही हादसों के चलते हुई मौतों की संख्या भी घटी है. जबलपुर में लॉकडाउन के दौरान सड़क हादसे बढ़ गए, पिछले साल के मुकाबले इन हादसों में होने वाली मौतों की संख्या में कमी आई है.

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एमपी में सड़क हादसे

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Published : Jun 12, 2020, 4:01 PM IST

Updated : Jun 12, 2020, 5:47 PM IST

भोपाल। लॉकडाउन के दौरान पूरे देश में जिंदगी थम गई, लोगों को अपने घरों में ही रहना पड़ा. ये सख्ती करीब दो महीनों तक चली. लॉकडाउन के चलते कई लोगों की जिंदगी पर बुरा असर तो पड़ा, लेकिन इस दौरान कुछ सकारात्म पहलु भी सामने आए हैं. जिनमें एक सड़क हादसों में कमी भी है. लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर न तो फर्राटे मारते बाइक राइडर्स दिखाई दिए और न ही सरपट दौड़ते वाहन. इस वजह से मध्य प्रदेश में साल 2019 की अपेक्षा सड़क हादसों में 70 फीसदी की कमी आई है. हालांकि इस बीच कोरोना के खिलाफ जंग में 350 लोगों ने हमेशा के लिए अपनों का साथ छोड़ दिया.

लॉकडाउन के दौरान सड़क हादसों में कमी
मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में 24 मार्च से 1 जून तक लॉकडाउन रहा. इन 2 महीने के दौरान आंकड़ों पर नजर डाली जाए, तो सड़क हादसों में कमी आई है. साल 2020 के मार्च से लेकर मई महीने के दौरान पूरे प्रदेश में 1298 सड़क हादसे हुए. इनमें 155 लोगों ने अपनी जान गंवाई. ये 2019 साल के मुकाबले काफी कम हैं. साल 2019 में 2873 सड़क हादसे हुए थे, जिसमें से 327 लोगों की मौत हुई थी. मध्य प्रदेश के 4 बड़े शहरों में लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा सड़क हादसे जबलपुर में हुए, जबकि सबसे कम सड़क हादसे और मौत ग्वालियर में हुईं हैं.

ग्वालियर में सड़क हादसे
साल 2020 के मार्च से लेकर मई महीने के बीच ग्वालियर में 61 सड़क हादसे हुए, इनमें 14 लोगों ने अपनी जान गवाई. वहीं साल 2019 में इन तीन महीनों के दौरान 374 सड़क हादसे हुए थे. जिनमें 14 लोगों ने हमेशा के लिए अपनों का साथ छोड़ दिया.
भोपाल में बची 40 लोगों की जान
लॉकडाउन के दौरान भोपाल में सड़क हादसों में भारी कमी आई. मार्च से मई महीने के दौरान इस साल 281 सड़क हादसे हुए. इसमें 31 लोगों ने अपनी जान गवाई. जबकि पिछले साल यानि साल 2019 में 864 सड़क हादसे हुए थे. इन हादसों में 71 लोगों की मौत हुई. साल 2019 के मुकाबले सड़क हादसों में 40 लोगों की जान जाने से बची है.

इंदौर में सड़क हादसों में मामूली कमी
भोपाल ग्वालियर के अलावा इंदौर में सड़क हादसों में मामूली कमी आई है. इंदौर में इस साल मार्च महीने में 245 सड़क हादसे हुए, जबकि 26 लोगों की मौत हुई. वहीं अप्रैल महीने में चार और मई महीने में 15 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई. इस साल मार्च से मई महीने के बीच 45 लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई, जबकि पिछले साल 2019 में 72 लोगों ने सड़क हादसों में दम तोड़ दिया था.

जबलपुर में सड़क हादसे बढ़े लेकिन 24 जानें बची
जबलपुर जिले में लॉकडाउन के दौरान सड़क हादसों में कमी आने के स्थान पर बढ़ गए, लेकिन गनीमत ये रही कि, इस दौरान पिछले साल के मुकाबले कम लोगों की जान गई. बताया जाता है कि, जबलपुर में हाईवे पर ज्यादा हादसे होते हैं. इस साल मार्च में 352 सड़क हादसे हुए, इनमें से 30 लोगों की जान गई. जबकि अप्रैल महीने में 20 और मई महीने में 25 लोगों की मौत हुई. लॉकडाउन के दौरान सड़क हादसे में 82 लोगों की मौत हुई, जबकि पिछले साल 106 लोगों की जान गई थी.

एडिशनल एसपी ट्रैफिक भोपाल प्रदीप सिंह चौहान के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर ट्रैफिक बहुत कम था. यही वजह है कि, बहुत कम सड़क हादसे देखने को मिले हैं. साथ ही सड़क हादसों की वजह से होने वाली मौतों में भी कमी आई है.

Last Updated : Jun 12, 2020, 5:47 PM IST

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