भोपाल। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच महंगाई की मार भी आम जनता पर पड़ती दिखाई दे रही है. खाद्य पदार्थों की कीमत लगातार बढ़ रही है. इसके साथ-साथ गैस की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
पिछले 1 साल में गैस की कीमतों में 100 से 200 रुपये की बढ़ोतरी देखने को मिली है, जिसके चलते मध्यमवर्गीय लोगों का बजट बिगड़ गया है, क्योंकि राशन के साथ-साथ पेट्रोल-डीजल के दामों में भी वृद्धि हो रही है. घरेलू सामानों पर बढ़ते दाम आमजन के लिए सर दर्द बनते जा रहे है.
राजधानी में रोजाना होती हैं 12 हजार सिलेंडरों की खपत
बता दें कि, राजधानी में हर दिन 12 हजार घरेलू गैस सिलेंडरों की खपत होती है. वहीं एक माह में करीब साढ़े तीन लाख रुपये से अधिक गैस सिलेंडर लग जाते हैं. इसमें तीन कंपनियों के सिलेंडर शामिल है. भोपाल में तीन कंपनियों की 34 गैस एजेंसी है, जिसके जरिए शहर में गैस सप्लाई की जाती है, जबकि इन कंपनियों की मध्य प्रदेश में 578 एजेंसियां काम कर रही है.
गैस सिलेंडर के बढ़ते दाम लोगों के लिए बने मुसीबत गैस के बढ़ते दाम आमजन के लिए बन गए सर दर्द मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाओं का कहना है कि सरकार को घरेलू सामानों पर महंगाई नहीं बढ़ानी चाहिए, क्योंकि गैस सिलेंडर औऱ पेट्रोल-डीजल रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजे है. इनके दाम बढ़ने से घर का सारा बजट बिगड़ जाता है. ऐसे में जब सरकार घरेलू सामानों के दाम बढ़ाती है, तो मध्यमवर्गीय लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पिछले 1 माह में दूसरी बार बढ़े गैस सिलेंडर के दाम
गैस सिलेंडर के दाम पिछले 1 साल में तेजी से बढ़े है. वहीं प्रदेश में पिछले एक माह में एलपीजी सिलेंडर के दाम में दूसरी बार बढ़ोतरी हुई है. बिना सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपए की वृद्धि कर दी गई है. ये बढ़ोतरी पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से हुई है. अब राजधानी में 14.2 किलोग्राम नॉन सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 700 रुपये हो गई है. इससे पहले 2 दिसंबर 2020 को भी पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू गैस सिलेंडरों के दाम में 50 रुपये की वृद्धि की थी. नवंबर माह में 14.2 किलोग्राम रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 600 रुपये थी. वहीं 2 दिसंबर को 14.2 किलोग्राम वाले नॉन सब्सिडी सिलेंडर की कीमत 650 रुपये प्रति सिलेंडर थी, जबकि नवंबर माह में इसके रेट 600 रुपये थे. 15 दिसंबर को गैस सिलेंडर के दामों में फिर बढ़ोतरी हुई और नॉन सब्सिडी वाला सिलेंडर 700 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया, जबकि सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 750 रुपये प्रति सिलेंडर है.