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कोविड-19 के MP में बढ़ते मामले, विदेश से लौटे लोगों और प्रवासी मजदूरों पर रखनी होगी खास नजर - Corona virus

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी चुनौती विदेशों से लौटे परिवार और प्रवासी परिवार बनते जा रहे हैं. शासन और प्रशासन की ऐसे लोगों पर खास नजर है. यही कारण है कि इन परिवारों का स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के साथ उन्हें क्वारेंटाइन में रहने को कहा जा रहा है.

rising cases of Covid-19 in Madhya Pradesh
कोविड-19 के मध्यप्रदेश में बढ़ते मामले

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Published : Mar 30, 2020, 8:13 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. आंकड़ा 40 के पार पहुंच चुका है, वहीं संदिग्ध मरीजों के मामले भी सामने आ रहे हैं. पहले जहां विदेशों से लौटे परिवारों की समस्या सामने थी तो अब काम की तलाश में दूसरे राज्यों को गए परिवारों की वापसी नई चुनैाती के तौर पर सामने आ रही है.

लॉकडाउन के बाद राज्य के हर हिस्से में राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर व गुजरात आदि स्थानों पर गए परिवार बड़ी संख्या में लौट रहे हैं। इनके संक्रमित होने के साथ उनके जरिए बीमारी के फैलने की आशंका से शासन-प्रशासन की धड़कन बढ़ी हुई है.

प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि बुंदेलखंड, मालवा-निमाड, महाकौशल आदि स्थानों पर सीमावर्ती प्रदेशों से बड़ी संख्या में परिवारों की राज्य में वापसी हो रही है. इन परिवारों की सीमा पर स्क्रीनिंग की जा रही है, पंजीयन किया जा रहा है, साथ ही उन्हें अपने गांव में पहुंचने के बाद आईसोलेशन व क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया है.

सागर संभाग के आयुक्त अजय सिंह गंगवार ने आईएएनएस को बताया कि उत्तर प्रदेश की सीमा से आने वाले परिवारों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है, सेक्टर बनाए गए है। बाहर से लौटे परिवारों को गांव में पहुंचने के बाद आइसोलेशन में रहने को कहा गया है. इस पर प्रशासन की नजर है.

गंगवार ने कहा कि बीते दिनों में टीकमगढ़ में 15 हजार और निवाड़ी में पांच हजार से ज्यादा लोग लौटे हैं. सभी का राज्य में प्रवेश करने पर और फिर जिले से गांव जाने पर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है.

दूसरे राज्यों से लौट रहे परिवारों के राज्य में प्रवेश के दौरान आ रही दिक्कतों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता से लिया और जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जो लोग लौट रहे हैं, उन्हें राज्य की सीमा में आने के बाद घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था करें. साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं.

चौहान ने कहा है लॉकडाउन के दौरान नागरिकों की सुविधा के लिए आनलाइन पास जारी करने का सिस्टम पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा. इसके माध्यम से जिला प्रशासन आनलाइन पास जारी करेगा, जो आवेदक को उसके मोबाइल पर ही प्राप्त हो जाएगा. घबराने और परेशान होने की जरूरत नहीं है. मदद के लिए कालसेंटर 104, 181 और 0755-2411180 नियमित रूप से 24 घंटे काम कर रहे हैं. समस्याओं का त्वरित समाधान भी किया जा रहा है.

राज्य में 15 फरवरी के बाद 12 हजार 125 लोग विदेश से लौटे हैं. राज्य सरकार ने ऐसे लोगों की सूची जारी की है और सभी से कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि जिन लोगों में संक्रमण की संभावना हो सकती, उन्हें होम क्वारेंटाइन में रहना होगा.

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