भोपाल। अप्रैल से जारी कोविड के बाद अगले चरण में दवा निर्माण के साथ-साथ टिका लगाने की तैयारी भी प्रशासन करने लगी है. इसके लिए मध्यप्रदेश के हर जिले में टास्क फोर्स की मीटिंग आयोजित की जा रही है. राजधानी भोपाल में भी टास्क फोर्स की मीटिंग कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई.
राजधानी में 13 हजार कर्मचारियों को लगेगा टिका
कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कर्मियों को वैक्सीनेशन लागाया जाना है, जिसके तहत 85 शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं के 12 हजार 427 कर्मचारियों व 1038 निजी स्वास्थ्य संस्थाओं के 13 हजार 73 कर्मियों को कोविड-19 वैक्सीनेशन करवाया जाएगा. इसके लिये कलेक्ट्रेट में अपर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें अंतिम आंकड़े तैयार किये गए हैं, जिसे राज्य सरकार को भेजा जाएगा.
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ये रहेगी टिकाकरण की प्रक्रिया
कोविड के वैक्सीन लगाने के लिए ऑनलाइन तकनीकी का उपयोग किया जाएगा, जिसमें ब्लॉक टास्क फोर्स बैठक का आयोजन एसडीएम की अध्यक्षता में किया जाएगा. कोविड-19 की वैक्सीन की पहुंच सभी व्यक्तियों तक सुनिश्चित हो, इसके लिए कोविड पोर्टल पर जनाकारी अपलोड की जाएगी. पहले हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर व 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को वैक्सीनेशन के लिए कोविड पोर्टल के माध्यम से चयन के लिए यूजर आईडी एवं पासवर्ड मिलेंगे. कोरोना के टीकाकरण कोविड ऐप के माध्यम से सभी प्रक्रियाओं को बढ़ाया जाएगा, इसमें वैक्सीनेशन हेतु प्लानिंग, प्रोसेसिंग एवं मॉनिटरिंग की प्रक्रिया शामिल है. इसमें सभी जानकारी टीकाकरण सत्रों की प्लानिंग, इनवेंटरी कोल्ड चेन की जानकारी स्टोर होगी.
शहर में अब तक मिल चुके हैं 36 हजार मरीज
प्रदेश के कोरोना पीड़ितों में भोपाल का रिकवरी रेट सबसे बेहतर हैं. भोपाल में आज तक 4 लाख 52 हजार से अधिक सैंपल लिए का चुके हैं, जिसमें से 36 हजार 110 लोगों की कोरोना संक्रमण रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, इनमें से 32 हजार 361 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं.