भोपाल। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और ओवर स्पीडिंग पर लगाम लगाने के लिए मध्यप्रदेश में पीटीआरआई और मैनिट एक शोध कर रहे हैं. इस शोध से ये पता लगाने की कोशिश होगी कि लोग ओवर स्पीडिंग क्यों कर रहे हैं. दरअसल शोध के दौरान राजधानी में चौराहों पर गाड़ियों की स्पीड नापने वाली आधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी और ये पता किया जाएगा कि किस चौराहे पर गति अधिक होने के कारण एक्सीडेंट हुए और फिर उन चौराहों पर ट्रैफिक डिस्प्ले सिस्टम लगाए जाएंगे, फिर ये देखा जाएगा कि लोगों को बताने के बाद उनकी ओवर स्पीडिंग पर क्या असर हुआ, क्या उन पर मनौवेज्ञानिक प्रभाव पड़ा.
सड़क सुरक्षा को लेकर शोध में जुटे मैनिट और पीटीआरआई भारत माता चौराहे पर की गई स्पीड की चेकिंग
आज भारत माता चौराहे पर आधुनिक मशीनों के जरिये गाड़ियों की स्पीड नापी गई और कई वाहन स्पीड से ज्यादा गति से चलते पाए गए. इस दौरान सीएम का काफिला भी गुजरा तो शोध करने वालों ने सीएम के काफिले की स्पीड भी नापी. जो तय मापदंड से अधिक थी. फिलहाल शोधकर्ताओं का उद्देश्य है कि ओवरस्पीडिंग पर लगाम लगे और एक्सीडेंट में कमी आए.
CCTV कैमरे के साथ लगाए जाएंगे स्पीड राडार
एडीजी डीसी सागर ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि सीसीटीवी कैमरे के साथ स्पीड रडार शहर भर में लगाए जाएंगे और वाहनों की स्पीड मापी जाएगी और जो व्यक्ति ज्यादा तेज वाहन चलाएगा, सीसीटीवी फुटेज और रडार के आधार पर उसका चालान ओवरस्पीड करने को लेकर काटा जाएगा. हम यह प्रयास दुर्घटनाओं को कम करने के लिए करेंगे.