भोपाल। प्रदेश सरकार ने मिलावट करने वालों के खिलाफ 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान की शुरुआत करीब 6 महीने पहले की थी, जिसके काफी सार्थक परिणाम भी सामने आते रहे हैं. खाद्य विभाग की ओर से 6 महीने में की गई कार्रवाईयों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया है. जिसमें बताया गया है कि करीब 1600 सैंपल अमानक स्तर के पाए गए हैं, साथ ही 41 लोगों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है. प्रदेश भर में चल रहे इस अभियान को जनता भी काफी पसंद कर रही है.
खाद्य पदार्थों के 4 हजार 491 नमूनों की रिपोर्ट जारी, 1600 पाए गए अमानक - Investigation campaign started with mobile food laboratory
भोपाल। प्रदेश सरकार के मिलावटखोरी के खिलाफ 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. खाद्य विभाग ने करीब 1600 सैंपल लिए थे, जिसमें से 41 लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है. इसी अभियान की तरह सरकार ने चलित खाद्य प्रयोगशाला से जांच अभियान भी शुरू कर दिया है, इसके तहत आम जनता घरेलू सैंपलों को चेक करवा सकती है.
खाद्य विभाग की इस कार्रवाई को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. खाद्य विभाग ने चलित खाद्य प्रयोगशाला से जांच अभियान भी शुरू कर दिया है. इस चलित खाद्य प्रयोगशाला के तहत आम जनता भी अपने घरेलू सैंपलों को जांच के लिए ला सकती है, जिसकी जांच रिपोर्ट कुछ ही देर में दे दी जाएगी. खाद्य विभाग ने बताया कि 19 जुलाई 2019 से शुरू इस अभियान में खाद्य पदार्थों के 11 हजार से अधिक नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, इनमें से 4 हजार 491 की रिपोर्ट प्राप्त हुई है.
खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच के बाद जारी रिपोर्ट में 2 हजार 885 नमूने मानक स्तर के पाए गए हैं. शेष में से 1013 नमूने अमानक, 396 मिथ्याछाप, 58 अप्रद्रव्य मिश्रित, 88 असुरक्षित और 51 नमूने प्रतिबंधित पाए गए. इन सभी मामलों में न्यायालयीन कार्रवाई प्रचलन में है. 'शुद्ध के लिये युद्ध' अभियान में मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण एवं विक्रय करने वाले खाद्य कारोबारियों के खिलाफ 108 FIR दर्ज कराई गई है. इस दौरान 41 मिलावटखोरों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है.