भोपाल। नागरिकता संशोधन कानून का कांग्रेस के बाद मध्यप्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी विरोध शुरू कर दिया है, जिस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ही अधिकारियों को मोहरा बनाकर सीएए का विरोध करने का माहौल बना रही है.
अधिकारियों के कंधे पर बंदूक रखकर CAA पर गोली चला रही कमलनाथ सरकारः बीजेपी
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस पर सीएए के विरोध में माहौल बनाने का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि कानून एक बार बन गया तो सभी के लिए पालन करने की बाध्यता होती है.
उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखकर संविधान बनाया था, जिसमें ये कहा गया है कि अगर कोई कानून बन जाता है तो वह चाहे कोई सामान्य व्यक्ति हो प्रशासनिक अधिकारी हो या फिर सीएम उसको पालन करने की बाध्यता सभी के लिए है. इस तरह के जो बयान आ रहे हैं, वह लोक सेवा आचार संहिता के खिलाफ है. इसलिए सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर इस पर कार्रवाई की मांग की है.
मंडला कलेक्टर जगदीश जाटिया ने दो दिन पहले ही सोशल मीडिया पर CAA का विरोध किया था. उन्होंने लिखा था कि वह खुद इस कानून को नहीं मानते, बाद में वे अपने इस बयान को ही बदलते नजर आए थे, जबकि अब नियाज अहमद खान ने सीसीए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नियाज अहमद खान पहले भी ऐसे विवादों में रह चुके हैं, इसके पहले भी उन्होंने जेल में रहकर अबू सलेम के साथ एक नोबेल लिखने के लिए सरकार से अनुमति मांगी थी. जिस पर काफी विवाद हुआ था.