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राहुल गांधी को याद आए 'सुक्खी लाला', मौजूदा हालात में मोदी सरकार को बताया 'लालची साहूकार' - sukhi lala of fil mother india

भारत में लोकतंत्र स्थापित हुए एक दशक भी नहीं बीता था, जब महबूब खान ने मदर इंडिया फिल्म बनाई थी, उस वक्त बनी फिल्म के किरदार सुक्खी लाला की याद फिर ताजा हो गई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर तंज कसा. इसमें उन्होंने पुरानी फिल्मों के लालची साहूकार का जिक्र किया.

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राहुल गांधी को याद आए 'सुक्खी लाला',

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Published : Jul 20, 2021, 3:41 PM IST

Updated : Jul 20, 2021, 7:20 PM IST

हैदराबाद.कांग्रेस नेता राहुल गांधी केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. राहुल गांधी ने देश के मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक हालत को लेकर मोदी सरकार पर तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने एक ट्वीट करते हुए मोदी सरकार की तुलना पुरानी फिल्मों के लालची साहूकार से कर दी है. उन्होंने ट्विटर हैंडल @RahulGandhiसे ट्वीट करते हुए लिखा है "एक तरफ़ जनता को लोन लेने को उकसा रहे हैं, दूसरी तरफ़ टैक्स वसूली से अंधाधुंध कमा रहे हैं. सरकार है या पुरानी हिंदी फ़िल्म का लालची साहूकार? राहुल के ट्वीट में पुरानी फिल्मों के साहूकार का जिक्र आते ही लोगों के सामने फिल्म मदर इंडिया के सुक्खी लाला की तस्वीर उभर रही है.

राहुल गांधी को याद आए 'सुक्खी लाला',

राहुल ने क्यों की 'सुक्खी लाला' मोदी सरकार की से तुलना

'मेरी मां के कंगन वापस दे दे...लाला!'फिल्म मदर इंडिया में अभिनेता सुनील दत्त और सुक्खीलाला के बीच हुए विवाद के दौरान का यह डायलॉग आपको शायद याद होगा. करीब 65 साल पहले महबूब खान की एक फिल्म आई थी 'मदर इंडिया'. जब यह फिल्म आई थी उस समय समाज में गरीबी थी. आर्थिक और राजनीतिक रूप से मजबूत असरदार लोग गरीबों पर जुल्म कर रहे थे. लोग आर्थिक तौर पर कमजोर और परेशान थे, लेकिन सुक्खी लाला जैसे लालची साहूकार (आर्थिक रुप से मजबूत) लोग गरीबों का शोषण कर रहे थे. फिल्म में एक महिला को कर्ज को ना चुका पाने को लेकर सुक्खीलाला का किरदार निभा रहे (कन्हैयालाल) महिला की जमीन और उसके सुहाग की निशानी कंगन भी छीन लेता है और अपने पास रख लेता है.फिल्म में महिला के किरदार (नर्गिस) का आर्थिक शोषण तो किया ही जाता है उसका शारिरिक शोषण करने की भी कोशिश की जाती है. इस सब के पीछे वजह बनता है पीड़ित परिवार का आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब होना. राहुल गांधी के मुताबिक देश में भी कुछ इसी तरह के हालात बने हुए हैं और सरकार सुक्खीलाला के रोल में है.

राहुल गांधी को याद आए 'सुक्खी लाला',

राहुल ने देश के मौजूदा हालात पर सरकार को घेरा

राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के जरिए देश में मौजूदा हालात और सरकार की योजनाओं पर निशाना साधा है. जिसे बढ़ती महंगाई, खाने-पीने की चीजें, रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल महंगा होना, बेरोजगारी का बेतहाशा बढ़ना जैसी चीजों की कोई चिंता नहीं दिखाई देती है. सरकार सिर्फ अपनी योजनाओं का बखान करके जनता को और ज्यादा परेशान कर रही है. ठीक उसी तरह जिस तरह फिल्म जैसे फिल्म मदर इंडिया में लालची साहूकार सुक्खीलाला कर रहा था. राहुल गांधी के ट्वीट के मायने- आजकल वही दौर फिर से लौट आया है, पांच ट्रिलियन अर्थव्यवास्था और विश्वगुरू बनाने का सपना दिखाने वाली सरकार ने कोरोना महामारी के नाम पर जनता को उसके हाल पर मरने के लिए छोड़ दिया है. केंद्र सरकार टैक्ट के नाम पर जनता की जेब काटे जा रही है, कर्ज के बोझ से जनता कराह रही है, सरकारी संपत्ति को साहूकार (केंद्र सरकार) को बेचे जा रही है, बावजूद इसके देश की कंगाली दूर नहीं हो पा रही है. बढ़ती महंगाई और गिरती अर्थ व्यवस्था को लेकर राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से सरकार पर लगातार हमला करते हुए कई ट्वीट कर चुके हैं.

गुजरने के बाद भी याद आए कन्हैयालाल

फिल्म मदर इंडिया के सुक्खी लाला (अभिनेता कन्हैयालाल) 100 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं, लेकिन उनका सबसे चर्चित किरदार रहा सुक्खीलाला जैसे लालची साहुकार का निगेटिव किरदार. जो वर्तमान हालत में एक बार फिर सुर्खियों में है. बनारस के रहने वाले कन्हैयालाल का 14 1982 को निधन हो चुका है. भले ही इस फिल्म के ज्यादातर किरदार दुनिया को अलविदा कह चुके हैं, पर उनकी अदाकारी आज भी किसी न किसी रूप में जीवित है. जो समाज और सरकार को आईना दिखा रही है. शायद इसी वजह से राहुल गांधी ने मौजूदा सरकार की तुलना लालची साहूकार सुक्खी लाला से की है.

Last Updated : Jul 20, 2021, 7:20 PM IST

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