सूरत/भोपाल।एक ओर देशभर में वैक्सीन उत्सन मन रहा है. वहीं एमपी में लोग एक अलग ही जंग लड़ रहे हैं. ये है कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत और उसे हासिल करने के लिए हर मुमकिन कोशिश. लेकिन हर राज्य में हालात रेमडेसिविर को लेकर ऐसे नहीं हैं. गुजरात के सूरत में बीजेपी दफ्तर में लोगों को नि:शुल्क इंजेक्शन दिया जा रहा है वो भी फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व के बेसिस पर. शनिवार से भाजपा कार्यालय लोगों को नि:शुल्क इंजेक्शन बांटा जा रहा है. इसलिए इस इंजेक्शन को लेने के लिए सुबह से ही लोगों की लंबी कतार देखी जा रही है. जहां पिछले एक सप्ताह में सूरत में कोरोना मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है, वहीं कोरोना मामलों के कारण कई लोगों की मौत भी हुई है. सूरत में अस्पताल में इंजेक्शन्स की कमी है, वहीं सूरत में भाजपा कार्यालय से जरूरतमंद लोगों को मुफ्त इंजेक्शन पार्टी दे रही है. आज भी जरूरतमंद लोगों को करीब 400 इंजेक्शन दिए गए.
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'इंजेक्शन बांटने पर बवाल'
इस संबंध में, विधायक हर्ष संघवी ने कहा कि जो इंजेक्शन अस्पताल, मेडिकल स्टोर में होने चाहिए, उसका वितरण भाजपा कार्यालय में हो रहा है. जब लोगों को एक इंजेक्शन नहीं मिल रहा है, तो इस सवाल पर राजनीति गर्म हो गई है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल को लगभग 5,000 इंजेक्शन कहां से मिले? उन्होंने ये इंजेक्शन कहां से खरीदे हैं. इस मामले में मजुरा के विधायक हर्ष संघवी ने कहा कि सीआर पाटिल ने बिहार, उत्तर प्रदेश और असम से इंजेक्शन खरीदे हैं.