भोपाल।मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की प्रीलिम्स परीक्षा में पूछे गए सवालों को लेकर मामला गर्मा गया है. कांग्रेस इस मामले में हमलावर हो गई है तो वहीं शिवराज सरकार बचाव की मुद्रा में आ गई है. राज्य सरकार को सफाई देनी पड़ रही है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक पीएससी (MPPSC Controversy) परीक्षा के लिए दोनों पेपर सेट करने वाले लोगों को डी बार कर दिया गया है. वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने इसको लेकर आपत्ति जताते हुए सवाल किया कि जिस तरह के सवाल पूछे गए, वह बेहद आपत्तिजनक हैं और पीएससी के चेयरमैन को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए. प्रश्न पत्र चयनकर्ता पर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए.
परीक्षा में ये पूछे गए सवाल :दरअसल, मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग (Madhya Pradesh Public Service Commission) की परीक्षा में एक सवाल पूछा गया कि क्या भारत को पाकिस्तान को देने का निर्णय लेना चाहिए. इस सवाल के लिए चार विकल्प भी दिए गए थे, इनमें तर्क दिया गया कि हां, इससे भारत का बहुत साधन बचेगा. तर्क दो था कि नहीं, ऐसे निर्णय से इसी तरह की और मांग बढ़ जाएगी. इसके साथ दो अन्य विकल्प भी दिए गए. हालांकि ज्यादातर अभ्यर्थियों ने डी ऑप्शन पर टिक किया. जिसमें ए और बी दोनों को ही गैरवााजिब बताया गया. वहीं परीक्षा (MPPSC Exam Controversy) में दूसरा सवाल महात्मा गांधी के बारे में पूछा गया, जिसमें एक लेखांश दिया गया और अंत में पूछे गए प्रश्न के उत्तर इसमें दिए जाने थे. इसमें लिखा गया कि एक मिल मालिक ने 60 आवारा कुत्तों को मार डाला परंतु बाद में पश्चाताप की अनुभूति पर गांधीजी से भेंट की, जिन्होंने उसके इस कृत्य को अंततोगत्वा उचित प्रतिपादित किया. इस मामले पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (MP Home Minister Narottam Mishra) का कहना है कि एमपीपीएससी में कश्मीर पर विवादास्पद प्रश्न पूछने वाले दोनों पेपर सेटर को डी बार (ब्लैकलिस्ट) कर दिया गया है. दोनों के खिलाफ कार्रवाई होगी. इस बारे में सूचना देशभर में दे गई है कि इनसे इस तरह के कोई भी काम न लें.