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जानलेवा साबित होती पबजी गेम की लत। भोपाल में लगातार सामने आ रहे हैं मामले

राजधानी भोपाल में पबजी गेम और इंटरनेट के दूसरे गेम्स बच्चों की सेहत पर सीधे हमला कर रहे हैं. बच्चे लगातार मोबाइल पर ध्यान दे रहे हैं जिससे उनकी सेहत बिगड़ रही है. भोपाल में ऐसे ही कई मामले सामने आ रहे हैं जिससे बच्चों को इन गेम्स की लत लग रही है.

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पबजी गेम

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Published : May 28, 2020, 12:26 AM IST

भोपाल। ऑनलाइन गेमिंग पब जी, ब्लू ह्वेल और अन्य कंप्यूटर गेम्स बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं. प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर व्हेल के अलावा भी कई ऐसे हिंसक वीडियो गेम हैं जो बच्चों की मासूम सोच को भीतर ही भीतर खत्म करते जा रहे हैं. इसी कड़ी में भोपाल में बच्चों के लिए कितने गैजेट्स खतरनाक साबित हो रहे हैं. जहां एक छात्र ने पब्जी गेम की लत के चलते आत्महत्या करने की धमकी दी.

काउंसलर सविता रजानी

ऐसा ही एक मामला भोपाल के बैरागढ़ के रहने वाले एक 17 वर्षीय किशोर का है. माता-पिता दिन रात उसे मोबाइल की वजह से टोकते हैं किशोर ने अपने लिए अलग रूम की मांग की है और वह रोज अपने फोन का पासवर्ड बदलता है रोकने पर उसने धमकी दी कि उसे रोका तो वह या तो घर से भाग जाएगा या फिर खुद को नुकसान पहुंचाएगा.

मोबाइल की लत के ऐसे 7 मामलों पर इस समय फैमिली कोर्ट में सुनवाई चल रही है. काउंसलर का कहना है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए काउंसलिंग करना बेहद मुश्किल हो जाता है. क्योंकि यह बच्चे ऐसे हैं कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर काउंसलर को ज्यादा देर नहीं सुनते लेकिन फिर भी काउंसलर द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है कि यह बच्चे मोबाइल की लत छोड़कर अदर एक्टिविटीज में अपना ध्यान भटकाए.

काउंसलर सरिता रजानी ने बताया एक मामले की सुनवाई पूरी हुई जहां छात्र ने काउंसलर की बात मानी और माता-पिता से प्रॉमिस किया कि वह तभी मोबाइल चलाएगा जब माता-पिता उसे अलॉव करेंगे. वहीं बाकी मामलों पर कॉउंसलिंग अब भी जारी है.

मोबाइल मांगने पर दी बालकनी से कूदने की धमकी

भोपाल के बैरागढ़ के एक कपल ने काउंसलर को शनिवार रात 2:30 बजे कॉल किया और फोन पर मदद मांगी. मां ने बताया कि उनका 17 साल का बेटा रातभर मोबाइल पर गेम खेलता है और उससे जब मोबाइल लेने की कोशिश की गई तो उसने बालकनी से कूदने की धमकी दी.

मां ने बताया कि उन्हें डर था कि कहीं बैलेंस बिगड़ कर बच्चा गिर ना जाए. इसीलिए मैंने उसे मोबाइल दे दिया लेकिन फिर रात को 2:30 बजे ही काउंसलर से फोन कर मदद मांगी.

ऐसा ही दूसरा मामला 10 साल के छात्र का है जहां मोबाइल की लत इस कदर बढ़ी की बच्चे के साथ माता-पिता को भी मानसिक तनाव हो गया बच्चा पब्जी की लत का शिकार हो गया है. माता-पिता के टोकने पर 10 साल के बच्चे ने किचन में जाकर गैस चूल्हे का बटन ऑन कर दिया और दरवाजा बंद कर लिया और कहने लगा कि आप मुझसे मोबाइल लेकर तो दिखाओ.

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