प्रीतम लोधी की बीजेपी में घर वापसी, कांग्रेस को भी बड़ा झटका
ब्राह्मणों को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले प्रीतम लोधी की बीजेपी में घर वापसी हो गई है. वहीं कांग्रेस को झटका देते हुए मोना सुस्तानी और बसपा की उषा चौधरी भी बीजेपी में शामिल हो गई हैं. जानें कैसे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इन नेताओं को कराया भाजपा में शामिल...
प्रीतम लोधी की बीजेपी में घर वापसी,
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Published : Mar 26, 2023, 6:40 PM IST
प्रीतम लोधी की बीजेपी में घर वापसी
भाजपा। जेपी नड्डा के भोपाल आने के साथ ही कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और राजगढ़ से कांग्रेस की सांसद उम्मीदवार रहीं मोना सुस्तानी ने बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके साथ ही रैगांव से बसपा की विधायक रही उषा चौधरी भी बीजेपी में शामिल हो गई हैं. वहीं उमा भारती के करीबी प्रीतम लोधी की भी घर वापसी हो गई. तीनों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सदस्यता दिलाई. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे. इसके बाद तीनों नेताओं ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की और उनसे आशीर्वाद ग्रहण किया.
लोधी की घर वापसी: प्रीतम लोधी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बीजेपी का गमछा पहना कर सदस्यता ग्रहण कराई. प्रीतम लोधी की वापसी के पीछे उमा भारती का दबाव माना जा रहा है चर्चा है कि प्रीतम लोधी को बीजेपी से निकालने के बाद उमा भारती के दबाव के चलते इन्हें वापस लेना पड़ा है. प्रीतम लोधी ने ब्राह्मणों को लेकर विवादित टिप्पणियां की थी जिस पर बवाल हो गया था. इसके बाद उन्होंने अपने बयान पर माफी मांग ली थी.
जब पार्टी ने लोधी को बाहर किया तो उमा भारती उनके समर्थन में दिखाई दीं. भारती ने कहा था की प्रीतम लोधी अपने बयान को लेकर माफी मांग चुके हैं और मुझे लगता है कि पार्टी को उन्हें माफ कर देना चाहिए. इसके बाद से ही यह उम्मीद लगाई जा रही थी देर सबेर ही सही प्रीतम लोधी की वापसी बीजेपी में हो जाएगी.
मोना सुस्तानी बीजेपी में शामिल
दिग्विजय की करीबी मोना: कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुई मोना सुस्तानी ने कहा कि, पार्टी अगर मौका देगी तो राजगढ़ से चुनाव भी लड़ेगी. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सुस्तानी ने कहा कि कांग्रेस में काम करने का मौका नहीं मिल रहा था और बीजेपी के मुकाबले कांग्रेस में संगठन बचा ही नहीं है इसलिए उन्होंने बीजेपी का दामन थामा है. मोना सुस्तानी दिग्विजय सिंह खेमे की नेता मानी जाती थी और उन्होंने 2019 में कांग्रेस की ओर से सांसद का चुनाव भी लड़ा था जिसमें उन्हे हार का सामना करना पड़ा था.
उषा ने छोड़ा कांग्रेस का साथ: रैगांव से बसपा की पूर्व विधायक रह चुकी उषा चौधरी ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है. इससे पहले उषा चौधरी कांग्रेस में शामिल हो गई थीं. पिछले लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ की मौजूदगी में उषा चौधरी ने कांग्रेस का दामन थामा और 2021 के उपचुनावों में कांग्रेस से टिकट मांग रही थी लेकिन कांग्रेस में उन्हें तवज्जो नहीं मिली. जिसके चलते अब वे बीजेपी में आ गई. बीजेपी में शामिल होने को लेकर उषा ने कहा कि वो विकास करने के लिए बीजेपी में शामिल हुई हैं.
संकट मोचन गृहमंत्री: नरोत्तम मिश्रा को पार्टी का संकट मोचन कहा जाता है. तीनों नेताओं को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा अपनी गाड़ी में लेकर कार्यालय पहुंचे. जब सदस्यता दिलाई जा रही थी उस समय भी नरोत्तम ही आगे रहकर प्रीतम लोधी, उषा चौधरी और मोना सुस्तानी को पार्टी का गमछा पहनाने के लिए मुख्यमंत्री को देते रहे.