भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमपी के स्वनिधि योजना के लाभार्थी स्ट्रीट वेंडर्स से सीधा संवाद किया. सबसे पहले प्रधानमंत्री ने सांवरे के छगनलाल से बात की और उनके काम के बारे में जाना. उन्होंने छगनलाल को सलाह भी दी कि ग्राहकों से पुरानी झाड़ू का प्लास्टिक लेकर वे नए झाड़ू में उसे इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे उनका कम खर्च होगा और प्लास्टिक रिसाइकल होगा. प्रधानमंत्री ने छगनलाल से बाकी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने की भी जानकारी ली. छगनलाल ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि पीएम स्वनिधि योजना से वे कर्ज मुक्त हो गए हैं. अब कमाई भी ठीक हो रही है.
पीएम ने छगन लाल वर्मा से की बात ग्वालियर की अर्चना से की बात
इसके बाद प्रधानमंत्री ने ग्वालियर में चाट का ठेला लगाने वाली अर्चना शर्मा से बात की. इस दौरान उन्होंने उनके बेटे और बेटी से भी बात की. अर्चना ने बताया कि उनके पति की तबीयत खराब है, इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत उनका इलाज मुफ्त हो सकता है तो अर्चना ने बताया कि उनका इलाज इसी योजना के तहत चल रहा है. बाद में उन्होंने अर्चना के पति से भी बात की.
पीएम ने अर्चना शर्मा से की बात पीएम ने सब्जी बेचने वाले डालचंद की ताराफी की
रायसेन के सब्जी वाले डालचंद्र कुशवाहा ने बताया कि सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है, आयुष्मान से परिवार का नि:शुल्क इलाज हो रहा है, गैस मिलने से जल्दी खाना बन जाता है, सब लोग काम में हाथ बंटवा लेते हैं, मोदी ने कहा कि लोन का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. पूछा- पैसे का कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं. एक बड़े मॉल में होने वाला डिजिटल का काम अब ठेले पर भी हो रहा है. कार्यक्रम का प्रसारण सभी नगरीय निकायों में किया गया. इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान और मध्यप्रदेश के मंत्री भी ऑनलाइन मौजूद रहे.
क्या है स्वनिधि योजना
कोरोना काल में प्रभावित रेहड़ी-पटरी वालों को फिर से रोजगार दिलाने के लिए एक जून को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना शुरू की गई. ग्रामीण और शहरी सड़कों के किनारे फल, सब्जियां बेचने और रेहड़ी पर छोटी-मोटी दुकान लगाने वालों को इसके तहत सरकार 10 हजार रुपये का लोन देती है. ये लोन साल भर में किस्तों में लौटाया जा सकता है. इस लोन को समय पर चुकाने वाले स्ट्रीट वेंडर्स को 7 फीसदी ब्याज सब्सिडी के तौर पर उनके अकाउंट में सरकार की ओर से ट्रांसफर किया जाएगा. इच्छुक उम्मीदवार इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो उन्हें इस योजना के तहत आवेदन करना होगा. स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में वेंडर, हॉकर, ठेले वाले, रेहड़ी वाले, ठेली फलवाले आदि को इस योजना के तहत लाभ दिया जाएगा.