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President Murmu बोलीं- बेटियों के गुणों को पहचानें, आगे बढ़ाएं... - स्वा सहायता समूह सम्मेलन

महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज यानी 16 नवंबर को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित महिला स्व सहायता समूह सम्मेलन में महिलाओं को संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने (President Droupadi Murmu) कहा कि बेटियों के गुणों को पहचानें और उन्हें आगे बढ़ाएं क्योंकि जब बेटियां पढ़ती हैं तो सिर्फ एक व्यक्ति शिक्षित नहीं होता, बल्कि एक परिवार शिक्षित होता है.

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Published : Nov 16, 2022, 1:45 PM IST

Updated : Nov 16, 2022, 1:51 PM IST

भोपाल।राष्ट्रपति बनने के बाद अपने पहले मध्यप्रदेश प्रवास पर आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज राजधानी भोपाल में महिला स्वा-सहायता समूह सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, "बेटियों में आगे बढ़ने का नैसर्गिंक गुण होता है. राष्ट्रपति बनने के बाद मैं जितनी भी यूनिवर्सिटी में पहुंची वहां बेटों से ज्यादा बेटियों ने मैडल जीते हैं, इसलिए हम बेटियों के अंतरनिहित गुणों को पहचानें और उन्हें आगे बढ़ने का मौका और सहयोग दें."

लगन मेहनत से करें काम, सफलता अपने आप मिलेगा:भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित स्वा सहायता समूह सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं के नेतृत्व में जहां भी काम किए जाते हैं, उसमें सफलता के साथ संवेदना भी देखने को मिलती है, इसलिए महिलाओं को दूसरी सफल महिलाओं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए. मैंने एक वार्ड काउंसलर के रूप में भी काम किया, मैंने नहीं सोचा था कि यह पद मिलेगा, इसलिए आप अपना काम पूरी लगन, मेहनत से करें सफलता अपने आप मिल जाएगी."

बेटियां पढ़ती हैं तो शिक्षित होता है परिवार: महिला स्वा-सहायता समूह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) ने कहा कि, "प्रदेश में कई महिलाओं ने बेहद उल्लेखनीय काम किए हैं, ऐसी सभी महिलाओं से प्रेरणा लेते हुए आप सभी आगे बढ़ने की कोशिश करें. आप अपने बारे में तो सोचें साथ ही समाज, प्रदेश और देश के बारे में भी विचार करके काम करें. अधिकांश महिलाएं स्वाभाव से ही कम से कम संसाधन में ज्यादा से ज्यादा काम करना जानती हैं, आधुनिक विकास में महिलाएं समाज और देश को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं. बेटियों ने बताया है कि समान अवसर मिलने पर बेटियों ने बेटों से ज्यादा बेहतर काम करके दिखाया है, बेटियों को आगे बढ़ाएं उन्हें पढ़ाएं, क्योंकि बेटियां पढ़ती हैं तो सिर्फ एक व्यक्ति शिक्षित नहीं होता, बल्कि एक परिवार शिक्षित होता है. समाज और देश को आगे बढ़ाने के लिए सिर्फ पुरूष को पढ़ाने और बढ़ाने से काम नहीं चलेगा. एक महिला की सफलता से दूसरी महिलाओं को भी प्रेरणा लेनी चाहिए. ईश्वर में भी पहले माता का रूप देखा गया है, माता का स्थान पिता और शिक्षिक से पहले रखा गया है इसलिए मां सरस्वती को सबसे पहले नमन किया जाता है." इसी के साथ राष्ट्रपति ने प्रदेश में महिला स्वा सहायता समूह को आंदोलन का रूप दिया जाने पर प्रशंसा जताई.

स्वा सहायता समूह सम्मेलन में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

आर्थिक रूप से महिलाएं हो रहीं सक्षम:कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, "स्वा-सहायता समूह में काम कर रही महिलाओं को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के जीवन से सीख लेनी चाहिए, जो तमाम कई विपरीत परिस्थितयों के बाद भी निराश नहीं हुईं और लगातार आगे बढती गईं. स्वा-सहायता समूह की कई महिलाएं लखपति ग्रुप में शामिल हो गई हैं, सरकार ने जो काम समूह की महिलाओं को दिया, उन्होंने इसे पूरा करके दिखाया. आर्थिक रूप से महिलाएं सक्षम हो रही हैं, आर्थिक के साथ सामाजिक रूप से सब होने का ही नतीजा है कि पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव में 17 हजार समूह की दीदियां चुनाव जीतकर आई हैं."

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स्वा-सहायता समूह से 1 करोड़ महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य:कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिह सिसौदिया ने कहा कि, "समूह की महिलाएं सिलाई से लेकर तमाम काम कर रही हैं, प्रदेश में 17 लाख समूह संचालित हो रहे हैं, जिससे करीबन 40 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं. सरकार की कोशिश इससे 1 करोड़ महिलाओं को जोड़ने का है, बैंकों से महिला स्वा-सहायता समूह को मिल सके, इसके लिए हर माह सीएम द्वारा समीक्षा की जाती है."

Last Updated : Nov 16, 2022, 1:51 PM IST

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