भोपाल। राजधानी में मेट्रो का काम एक बार फिर से शुरू हो गया है, अब इस मेट्रो को भोपाल एयरपोर्ट तक ले जाने की तैयारी की जा रही है, तो वहीं मुंबई और दुबई तक की फ्लाइट को भी फिर से शुरू करने की तैयारी प्रशासन की ओर से शुरु हो गई है. संभाग आयुक्त की अध्यक्षता में राजा भोज विमानतल पर्यावरण प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की गई है इस बैठक के दौरान इस बात की सहमति बनी है कि, सरकार को फिर से एक नया प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा, जिसमें भोपाल मेट्रो को एयरपोर्ट तक लाने की बात कही जाएगी.
भोपाल मेट्रो को एयरपोर्ट तक लाने की तैयारी इस बैठक के दौरान ट्रांसपोर्टेशन को ज्यादा सुगम बनाने पर सहमति बनी है, ताकि भोपाल एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान हो सके. एयरपोर्ट पर आगामी दिनों में मुंबई, आगरा, दुबई तक की फ्लाइट फिर से शुरू करने की तैयारी की जा रही है. हालांकि अभी इस पर सहमति नहीं बन पाई है. एयरलाइंस कंपनियों के साथ चर्चा का दौर अभी भी जारी है. जिस पर प्रशासन को जल्द सहमति बनने की उम्मीद है. इसके अलावा भोपाल एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की ट्रांसपोर्टेशन सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए भोपाल मेट्रो का रूट करोंद क्षेत्र से बढ़ाकर एयरपोर्ट तक किए जाने पर सहमति बनी है.
हालांकि यह प्रस्ताव पहले भी भेजा जा चुका है, लेकिन इस पर अब तक सहमति नहीं मिल पाई है. यदि मेट्रो का रूट भोपाल एयरपोर्ट तक होता है तो, इससे करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों को फायदा होगा, यदि इस प्रस्ताव पर सहमति बन जाती है तो मेट्रो का रूट एयरपोर्ट से एम्स तक हो जाएगा. इसके अलावा संभागायुक्त ने भोपाल नगर निगम को भोपाल एयरपोर्ट के पास बस स्टैंड बनाने के निर्देश भी दिए हैं. इसके लिए आसपास की जमीन का सर्वे भी किया जा रहा है. नगर निगम के पास एक विकल्प एयरपोर्ट से सटी 13 एकड़ जमीन पर बन रहा है, जो वर्तमान में स्काउट गाइड के पास है, लेकिन यह 13 एकड़ जमीन इस समय खाली पड़ी हुई है जिसे वापस लिए जाने की प्रक्रिया प्रशासन को करनी है.
इस बैठक के दौरान संभागायुक्त ने स्काउट एंड गाइड से रिक्त पड़ी हुई जमीन वापस देने के निर्देश दे दिया है. यह जमीन प्राधिकरण को सौंपी जाएगी, हालांकि इससे पहले तत्कालीन कलेक्टर तरुण पिथोड़े के द्वारा भी इस जमीन का आवंटन निरस्त कर वापस दिए जाने के निर्देश दिए गए थे. लेकिन बाद में यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया एयरपोर्ट के आसपास ऊंची इमारतें बनाने का मुद्दा भी इस बैठक में सामने आया है. इस दौरान संभागायुक्त ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि. 20 किलोमीटर दायरे में भवन निर्माण की अनुमति प्राधिकरण की एनओसी के बाद ही दी जाए. इसमें सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा जाए. अब तक बन चुकी इमारतों का भी सूचीबद्ध तरीके से सर्वे किया जाए. एयरपोर्ट की तरफ जाने वाली सड़कों पर कुछ साइन बोर्ड भी सही ढंग से नहीं लगे हैं, जिसे लगाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा कोरोना काल में यात्रियों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने एमवाई रूम स्थापित करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. यहां मेडिकल स्टाफ के अलावा डॉक्टर की तैनाती भी की जाएगी, ताकि किसी पैसेंजर को मेडिकल सुविधा की जरूरत हो तो वह तत्काल इसका लाभ उठा सकें.
लाऊ खेड़ी और सीटीओ क्षेत्र में केटू 1 अप्रोच लाइट क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस की सहायता से बाउंड्री वॉल का निर्माण भी किया जाएगा. बीसीएलएल एयरपोर्ट पर फ्लाइट ओके शेड्यूल के अनुसार बसों का संचालन भी सुनिश्चित करेगा. एयरपोर्ट पर ऑटो अन्य प्राइवेट टैक्सी भी फ्लाइट शेड्यूल के दौरान मौजूद रहेंगी. इसके लिए इन सभी के अधिकारियों को व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. एयरपोर्ट के पास मांस, मछली की दुकानों को बंद करने के लिए कहा गया है और रनवे पर नीलगाय ना आए, इसके लिए वन विभाग को नीलगाय और अन्य जानवरों को पकड़ने के निर्देश भी दिए गए हैं.