भोपाल। प्रदेश में शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने के लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने सभी शिक्षकों को बेहतर रिजल्ट लाने के लिए कहा गया है, यहां तक कि स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय की गई है. यही वजह है कि बोर्ड परीक्षाओं से पहले प्रशासन ने तैयारियां भी शुरू कर दी है.
मंत्रालय में प्रदेश के सभी कलेक्टरों के साथ प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की है. साथ ही समस्याओं को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया है. उन्होंने सख्त लहजे में निर्देश दिए हैं कि बिना मान्यता के जितने भी स्कूल प्रदेश में चल रहे हैं, इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी ने बोर्ड परीक्षा के संचालन के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि परीक्षा के पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें. इस मौके पर आयुक्त लोक शिक्षण जयश्री कियावत और संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र आइरिन सिंथिया जेपी भी उपस्थित थीं.
प्रमुख सचिव ने कहा कि कमजोर बच्चों की नियमित रूप से रेमेडियल और एक्सट्रा क्लासेस लगाई जाएं, बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, नकल रोकने के लिए पुख्ता इंजताम हों. उन्होंने कहा कि नकल किसी भी स्थिति में नहीं होना चाहिए, मिशन- 1000 के तहत चिन्हित स्कूलों पर विशेष ध्यान दिया जाए, राज्य शिक्षा केन्द्र के माड्यूल एवं निर्देश अनुसार बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराएं, बच्चों को प्रतिदिन अभ्यास कराया जाए.
उन्होंने कहा कि किसी भी दिन अवकाश नहीं दिया जाए. रश्मि अरूण शमी ने बताया कि इस बार पांचवीं और आठवीं बोर्ड के बच्चों को प्रश्नपत्र लिखने की तैयारी कराने के लिए दो बार प्री-बोर्ड परीक्षा कराई जा रही है, ताकि बच्चे समय प्रबंधन के साथ उत्तर दे सकें. प्री-बोर्ड में पेपर के दिन ही शिक्षक सेकण्ड हाफ में बच्चों को बैठाकर पेपर सॉल्व कराएंगे.