भोपाल।वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में और उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है. इस चक्रवात से लेकर एक ट्रफ लाइन पूर्वी मप्र से होकर तेलंगाना और चक्रवात से एक अन्य ट्रफ लाइन उत्तरी बांग्लादेश तक बनी हुई है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ने और अरब सागर में मानसून की हलचल बढ़ने तेज होने से वातावरण में नमी बढ़ने लगी है.
इंदौर संभाग से मानसून की होगी एंट्री :मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में 48 घंटे बाद मौसम के बदलन के आसार हैं. 10-12 जून से इंदौर-भोपाल में प्री मानसून एक्टिविटी शुरू होंगी, जो 19 तक जारी रहेगी. मध्यप्रदेश मौसम विभाग ने बुधवार को 7 जिलों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी और 7 जिलों में लू का येलो अलर्ट जारी किया था. वहीं 10 जून को धूलभरी आंधी चलने के साथ ही जबलपुर सहित संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ने की संभावना भी जताई है. संभावना है कि इंदौर संभाग से मानसून एंट्री कर सकता है. वहीं 20 जून तक मानसून की एंट्री हो सकती है. भोपाल में 16 जून, इंदौर में 18 जून और ग्वालियर में 22 जून के पश्चात में मानसून के आने की संभावना जताई जा रही