मध्य प्रदेश में 16.9% पर पहुंचा पॉजिटिविटी रेट, रंग ला रही मेहनत - कोरोना की दूसरी लहर
मध्य प्रदेश में कोरोना के सेकंड वेव को नियंत्रित करने के लिए लगातार कोशिशें जारी हैं. जनता कर्फ्यू से लेकर कई तरह की गतिविधियों पर रोक है. सरकार और स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत अब रंग लाने लगी है. प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 16.9% पर आ गया है.
पॉजिटिविटी रेट मध्य प्रदेश
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Published : May 10, 2021, 2:43 AM IST
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Updated : May 10, 2021, 3:52 PM IST
भोपाल।कोरोनाकीदूसरी लहर में भले ही पीक आना अभी बाकी है. लेकिन कोरोना के मामलों आई गिरावट ने सरकार को थोड़ी राहत जरुर दी है. प्रदेश सरकार इस दूसरी लहर को नियंत्रित करने में जुटी है. हालांकि प्रदेश सरकार की मेहनत रंग भी ला रही है. मई माह के शुरुआती नौ दिनों में एक्टिव संक्रमण के मामले कम हुए हैं यानि नए केसेज की संख्या में कमी आई है. हालांकि यह अंतर बहुत बड़ा नहीं है, लेकिन प्रदेश सरकार के लिए यह एक राहत लेने के साथ-साथ तैयारियों को दुरुस्त करने का मौका है. रविवार को मध्य प्रदेश में 11,051 नए मामले सामने आए, जबकि 86 संक्रमितों की मौत हो गई.
16.9% तक पहुंचा पॉजिटिविटी रेट
25 अप्रैल को प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 24% था. आज नौ मई तक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण की दर घटकर 16.9% हो गई है. यह प्रदेश सरकार के लिए एक बड़ी कामयाबी है. मई माह में एक मई को 12379 नए केस सामने आए थे. वहीं रविवार को 11051 नए मामले सामने आए हैं.
लाभकारी साबित हो रहे प्रदेश सरकार के कदम प्रदेश में कोरोना संक्रमण के केसों में लगातार कमी हो रही है. वहीं प्रदेश में स्वस्थ होने वालों की संख्या में लगातार बढ़त हो रही है. यह प्रदेश सरकार के लिए अच्छी खबर है. रविवार को 11051 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं. प्रदेश में अब ग्रोथरेट 1.9% तथा पॉजिटिविटी रेट 16.9% है. प्रदेश सरकार द्वारा उठाये जा रहे सभी कदम लाभकारी साबित हो रहे हैं. प्रदेश भर में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के माध्यम से हर गरीब एवं मध्यम वर्गीय व्यक्ति को हर जिले में नि:शुल्क उपचार प्रदान किया जा रहा है.
किल कोरोना अभियान बना मददगार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गांव-गांव, शहर-शहर में किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है. इसके अंतर्गत गांवों में घर-घर सर्वे कर मरीजों की पहचान कर तुरंत उपचार दिया जा रहा है. शहरों में कोविड सहायता केन्द्रों के माध्यम से स्वास्थ्य जांच, नि:शुल्क मेडिकल किट वितरित हो रही है.
केंद्रीय मंत्री ने की तारीफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को मंत्रालय में केन्द्रीय इस्पात, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप के सभी जिलों के प्रभारी मंत्री और अधिकारियों के साथ कोरोना की समीक्षा की. इस दौरान केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मध्य प्रदेश में कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं की सराहना की. उन्होंने कहा कि टेस्टिंग अधिक से अधिक होनी चाहिए. वहीं सीएम का कहना है कि होम आइसोलेशन में रह रहे 1% मरीजों को भी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है.
'तीसरी लहर की पूरी तैयारी रखें' बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की पूरी तैयारी रखें. इस संबंध में इंडियन कॉउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) तथा राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर तैयारियां की जायें. इस पर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि इसके लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन कर लिया गया है.
कोरोना के इन जिलों में 200 से अधिक नए प्रकरण जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि अब प्रदेश के 11 जिलों में ही कोरोना के 200 से अधिक नए प्रकरण हैं. ऐसे में इन जिलों में किल कोरोना अभियान को सघन करने की आवश्यकता है. ताकि कोरोना पर लगाम लग सके. सीएम ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना के कम प्रकरण हैं, वहां ढिलाई न बरती जाए. इन जिलों में भी किल कोरोना अभियान के माध्यम से संक्रमण की चेन तोड़कर जिलों को कोरोना मुक्त किया जाए. प्रदेश में छिंदवाड़ा, भिंड, बुरहानपुर, खंडवा तथा अशोकनगर में कोरोना के सबसे कम प्रकरण हैं
प्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड सहायता योजना के अंतर्गत 19 हजार 710 कोविड मरीजों को नि:शुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है. इनमें से 15 हजार 579 कोविड मरीजों को शासकीय अस्पतालों में 3,042 कोविड मरीजों को अनुबंधित अस्पतालों में तथा 1,079 मरीजों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संबद्ध अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है. आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आज की स्थिति में उपचाररत मरीजों पर एक करोड़ 13 लाख 69 हजार 993 रुपये शासन द्वारा व्यय किया जा रहा है.