भोपाल ।जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और पीडीपी (PEOPLES Democratic Party) के गुपकार गठबंधन के बाद देशभर में बवाल मचा हुआ है. इसी गठबंधन पर अब मध्यप्रदेश में भी राजनीति शुरु हो गई है. एमपी में ये मुद्दा खुद प्रदेश के मुखिया ने उठाया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा. शिवराज ने राहुल और सोनिया गांधी से सवाल पूछते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में जो अलायंस बना है, उसे हम क्या कहें. शिवराज यहीं नहीं रुके और कहा कि इस डिक्लेरेशन को अमलीजामा पहनाने के लिए छह दलों ने हाथ मिलाया है. शिवराज ने कहा कि इस गठबंधन में सभी राष्ट्र विरोधी बयान देने वाले नेता हैं. इनमें फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी के अलावा सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट, माकपा और कांग्रेस शामिल हैं. इसे ही भाजपा ने गुपकार गैंग नाम दिया है.
गुपकार के बहाने दिग्विजय और राहुल पर निशाना
शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी ने 370 को असंवैधानिक बताया था. नेहरू ने सत्ता हासिल करने के लिए विभाजन कराया था. कांग्रेस गुपकार संगठन के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस का 370 को लेकर दृष्टिकोण क्या है ? दिग्विजय सिंह आतंकवादियों के साथ क्यों खड़े होते हैं ? इन मामलों पर कांग्रेस को अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करना चाहिए.
महबूबा और फारुक अब्दुल्ला पर बरसे शिवराज
शिवराज ने कहा कि आठ दल गुपकार गैंग के साथ हैं. यह ग्रुप एंटी नेशनल एलायंस है. फारूक अब्दुल्ला 11 अक्टूबर को एक टीवी समाचार चैनल से बात करते हुए यह कहते हैं कि हम चीन की मदद से धारा 370 की वापसी कर आएंगे. महबूबा पर भी शिवराज ने कहा कि 23 अक्टूबर को महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि वो तिरंगा नहीं उठाएंगे, और ना ही किसी को कभी उठाने देंगे. जब तक कि कश्मीर का झंडा उन्हें वापस नहीं मिल जाता.
शिवराज के आरोपों पर कांग्रेस का जवाब
शिवराज सिंह द्वारा खड़े किए गए सवालों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी पहले इस बात का जवाब दे, कि कश्मीर में पीडीपी के साथ मिलकर किसने 3 साल तक सत्ता की मलाई खाई ? कौन आतंकियों को छोड़ने कंधार गया था ? लद्दाख की नेशनल काउंसिल गुपकार संगठन वाले लोगों के साथ सत्ता में कौन शामिल है ?
लद्दाख काउंसिल में कौन हुआ शामिल
शिवराज की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने तिलमिलाई कांग्रेस ने कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि उनका गुपकार संगठन से क्या संबंध है ? अभी भी लद्दाख काउंसिल में उनके साथ सत्ता में शामिल हैं. भाजपा उनकी पार्टनर है, कल तक महबूबा मुफ्ती के साथ कश्मीर में सरकार के साथ पार्टनर थे. तीन साल तक सरकार में बैठकर सत्ता का सुख लूटा. कांग्रेस से किस बात का जवाब मांग रहे हैं. कांग्रेस तो गुपकार वाले लोगों की सरकार में शामिल नहीं है. आज भी लद्दाख काउंसिल का बीजेपी हिस्सा है. भाजपा के वहां पर इकलौते सांसद उनके सहयोगी हैं. भाजपा को सफाई देना चाहिए कि एक तरफ पूरे देश को गुमराह कर रहे हैं. भ्रम फैला रहे हैं और दूसरी तरफ सत्ता की मलाई खा रहे हैं.