भोपाल। सतपुड़ा भवन में लगी आग भले ही कई घंटों मशक्कत के बाद बुझ गई हो, लेकिन सतपुड़ा की आग से निकली सियासत (Politics on Satpura Bhawan) की आग थमने का नाम नहीं ले रही है. आग पर लगातार सियासत भी हो रही है और जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है. एक और सरकार जांच कमेटी बनाकर इस पूरे मामले की तह तक जाने की बात कह रही है. वहीं दूसरी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और अरुण यादव ने इस पूरे मामले में बीजेपी सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है.
दिग्विजय सिंह का सरकार पर वार: दिग्विजय सिंह ने सवाल करते हुए पूछा है कि आखिर क्या कारण है कि चुनाव आते ही सरकारी कार्यालयों में आग लग जाती है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब-जब चुनाव आते हैं, तब तक कुछ चुने हुए दफ्तरों में ही क्यों आग लगती है. वहीं दिग्विजय सिंह ने सरकार द्वारा कराई जा रही जांच पर भी सवालिया निशान उठाए हैं (Digvijay Target Bjp Government). दिग्विजय सिंह का कहना है कि किस बात की जांच हो रही है. जब सब कुछ जलकर खाक हो चुका है, ऐसी जांच का क्या है. पिछली बार की जांच में क्या निकल कर आया, उनका क्या हुआ, यह भी तो सरकार बताए. दिग्विजय सिंह ने साढ़े 5 करोड़ की लागत से भोपाल नगर निगम द्वारा खरीदी हाइड्रोलिक मशीन पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा उसे खरीद तो लिया लेकिन वह चालू ही नहीं हुई.
बीजेपी पर भ्रष्टाचार और कमीशनबाजी का आरोप: राज्यसभा सांसद ने बीजेपी सरकार पर कमीशन बाजी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. उनका का कहना था कि मध्य प्रदेश में सरकार नहीं चल रही बल्कि सरकार धंधा कर रही है. भ्रष्टाचार की सारी हदें पार है और सारी फाइल दबा दी गई है. ऐसे में जितने भी घपले हुए हैं, उनकी हम जांच करवाएंगे. हम एक-एक कागज निकलवा कर रिकॉर्ड तैयार कराएंगे और जिसने घपले किये हैं, उसकी भी जांच होगी. अभी एमपी सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह पर भी जांच चल रही है. ऐसे ही मंत्रियों के भी जितने घपले होंगे, उसे हम पूरी तरह से उजागर करेंगे.