भोपाल।सिद्धा पहाड़ी से भगवान राम वनवास के दौरान यहां से गुजरे. कांग्रेस ने विंध्य में रामवन गमन पथ के लिए बजट दिया. शिवराज सरकार पर रामवन पथ गमन की अनदेखी के आरोप भी लगाए. एक बार फिर राम के ठहरने और गुजरने के रास्ते पर सियासी उबाल शुरू हो गया है. चित्रकूट के पास सिद्धा पहाड़ी का नाता भगवान राम से है. यहां पर बीजेपी सरकार ने खनन की अनुमति दे दी. खनन का महीने भर से विरोध हो रहा है. विरोध के चलते शिवराज सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा और खनन पर रोक लगानी पड़ी.
खनन बंद, सियासत शुरू :सिद्धा पहाड़ पर खनन को रोके जाने के सीएम शिवराज के आदेश पर सियासत भी शुरू हो गई है. पूर्व सीएम कमलनाथ कह रहे हैं कि उन्होंने आवाज उठाई. जिस पर सरकार को खनन की अनुमति देने के बावजूद बैकफुट पर आना पड़ा. वहीं सीएम शिवराज सिंह ने बढ़ते बवाल के बीच खनन रोकने के आदेश देकर विंध्य की जनता को संदेश दिया कि यदि राम की आस्था के साथ कोई खिलवाड़ होती है और उनके यदि संज्ञान में आता है तो वे इससे समझौता कभी नहीं करते.
कमलनाथ ने किया था ट्वीट :कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने दो दिन पहले ट्वीट कर सिद्धा पहाड़ी का मामला उठाया था. कमलनाथ ने बीजेपी को घेरते हुए कहा था कि राम के नाम को राजनीति के लिए उपयोग करने वाली बीजेपी सरकार श्रीराम के अवशेषों को सुनियोजित तरीके से नष्ट करने का काम कर रही है. वहीं इस पहाड़ी पर खनन की अनुमति दिए जाने के बाद बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीधे पीएम मोदी को पत्र लिख दिया.