भोपाल| सूबे की सियासत इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है, कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के आरोप के बाद प्रदेश में राजनीतिक भूचाल आ गया था, जिसके बाद से लगातार दोनों पार्टियों की तरफ से बयानबाजी हो रही है, कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी के नेता उनके विधायकों को खरीदने के लिए मोटी रकम दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओऱ बीजेपी ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है.
एमपी की सियासत में हो रहे अपडेट एमपी से दिल्ली तक जोड़ तोड़ की कोशिश
प्रदेश की राजनीति में भूचाल तब आया जब देर रात खबर आई की प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. जिसके बाद सत्ताधारी पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं के कान खड़े हो गए और अपने विधायकों की गिनती शुरू की गई, जिसमें कांग्रेस के 5, बसपा के दो और एक निर्दलीय विधायक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली, कमलनाथ के लिए सिरदर्द बन चुके सत्ता के गणित को फिर साधने के लिए सरकार ने अपने दो मंत्री जीतू पटवारी औऱ जयवर्धन सिंह को भी देर रात दिल्ली रवाना किया और विधायकों को वापस भोपाल लाने की जिम्मेदारी सौंपी. आज सुबह होते ही विशेष विमान से शिवराज सिंह भोपाल पुहंचे तब उनसे पूरे मामले पर सवाल किया गया जिस पर उनका कहना है कि हम किसी तरह की जोड़ तोड़ नहीं कर रहे हैं, अगर अपने ही अंतरकलह से सरकार गिर जाए तो हम क्या कर सकते हैं.
लगातार वायरल हो रहे वीडियो
सुबह होते होते दिल्ली से एक वीडिय़ो सामने आता है, जिसमें मंत्री जयवर्धन सिंह होटल मानेसर से देर रात दो विधायकों को लेकर निकल रहे थे. जिस पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार अंतर कलह और अंतर विरोध से ग्रसित सरकार है और इस घटनाक्रम का बीजेपी से कोई लेना देना नहीं है घटनाक्रम को लेकर कमलनाथ, सिंधिया और दिग्विजय सिंह को पूरे प्रकरण पर जवाब देना चाहिए, प्रदेश अध्यक्ष कहना है कि इस घटनाक्रम से बीजेपी का कोई लेना देना नहीं है यह सिर्फ उनका अंतर कलर अंतर्विरोध है. जयवर्धन सिंह का वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का भी एक वीडियो वायरल होता है, जिसमें नरोत्तम मिश्रा दिल्ली में स्थित एमपी भवन में बैठकर विधायकों से कह रहे हैं कि हमारे साथ आ जाइए राज करेंगे. वीडियो वायरल होने के बाद फिर एक बार बीजेपी ऑफिस से लेकर सीएम हाउस तक हड़कंप मच गया. लेकिन इस बारे में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि पूरे मामले पर मुझे कोई जानकारी नहीं है.
सीएम हाउस में बैठकों का दौर जारी
सियासी ड्रामे के बीच मुख्यमंत्री निवास पर मंत्रियों और विधायकों की परेड़ जारी रही, सीएम के मिलकर बाहर निकले आबकारी मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि प्रदेश में किसी भी तरह का राजनीतिक संकट नहीं है। कांग्रेस के सभी विधायक संपर्क में है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जिस तरह के दावे कर रही है उससे बेहतर है कि वह जब चाहे विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करा ले। सरकार के पास पूरा बहुमत है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश कि कांग्रेस सरकार जनता के आशीर्वाद से बनी है और इसे कोई नहीं हिला सकता कांग्रेस सरकार पूरे 5 साल चलेगी.
वहीं कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का बयान सामने आया है सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि लगातार जिस तरीके से बीजेपी राज्य में चुनाव हार रही है उससे बीजेपी बौखला गई है इसलिए खरीद-फरोख्त कर रही है, विधानसभा चुनाव में भी कमलनाथ ने शिवराज को पटकनी दी थी, सज्जन सिंह वर्मा ने दावा किया कि बीजेपी के करीब 10 विधायक उनके संपर्क में हैं.
एमपी की सियासत में लगातार अपडेट हो रहे हैं, सीएम कमलनाथ से लेकर शिवराज सिंह चौहान पल-पल पर नजर रखे हुए हैं, इसी बीच पांच लापता विधायकों को भोपाल लाया गय़ा है, जिसके बाद उनको सीधे सीएम हाउस भेजा जा रहा है जहां पर कमलनाथ उनसे मुलाकात कर बात करेंगे, आने वाले 24 से 48 घंटे मध्यप्रदेश की राजनीतिक कुंडली पर भारी दिखाई दे रहे हैं, अब देखना होगा कि सियासी ऊंट किस करबट बैठेगा.