भोपाल। भोपाल आई अभियान लगभग डेढ़ साल पहले शुरू किया गया था. जिसके चलते भोपाल के निवासियों से पुलिस ने अपील की थी कि सभी अपने घरों के बाहर कैमरे लगाएं और कैमरे का मुंह घर के बाहर सड़कों की तरफ मोड़ दें और भोपाल पुलिस कंट्रोल रूम से कैमरे का फीड जोड़ दें, ताकि यदि कोई घटना घटित होती है तो पुलिस को कैमरे से क्लू मिल जाएगा और अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी हो पाएगी. इस अभियान में भोपाल पुलिस को अब सफलता मिलनी शुरू हो गई है.
आई अभियान के तहत लगे कैमरे
भोपाल आई अभियान के तहत कुछ कैमरे राजधानी की मुख्य जगह पर पुलिस विभाग द्वारा लगाए गए हैं तो कुछ आईटीएमएस के माध्यम से भी लगाए गए हैं. अब इन कैमरों की मदद से पुलिस सीसीटीवी फुटेज निकालकर अपराधियों का क्लू ढूंढ लेती है, पुलिस को अपराधियों को पकड़ने में सफलता भी मिलती है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने बीते दिनों कई मामलों को इन कैमरों के माध्यम से सॉल्व किया है.
कैमरे की मदद से वारदातों का पर्दाफाश
पुलिस ने इन दिनों कैमरे की मदद से कई वारदातों का पर्दाफाश की है, जिसमें भोपाल आई अभियान के तहत कैमरे लगाए गए थे, जो नाइट विजन कैमरा है. इन्हीं कैमरे को लगाने के लिए पुलिस ने अलग-अलग संगठनों के साथ बैठक भी की थी. जिसमें होटल संचालक, मैरिज गार्डन संचालक, सर्राफा व्यापारी व अन्य संगठनों के साथ कैमरे लगाने को लेकर बैठक की गई थी. जिसके बाद कुछ लोग पुलिस से सहमत हुए और अपने कैमरे की फीड पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ने को तैयार हो गए. पुलिस ने अलग-अलग मोहल्लों में जाकर भी कैमरे लगाने को लेकर बैठक आयोजित की थी, जिनके मकान सड़क किनारे हैं, उनसे विशेष आग्रह किया था कि वो कैमरे लगाएं और कैमरे का मुंह सड़क की तरफ कर दें. यदि कोई अपराधिक गतिविधियां हो तो कैमरे में कैद हो जाए और अपराधी को पकड़ने में आसानी हो सके.
कैमरे की मदद से चोरों को किया ट्रेस
मिसरोद में एक अपार्टमेंट से बाइक चोरी करने वाले आरोपी को भी पुलिस ने भोपाल आई अभियान के कैमरे के माध्यम से 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया है तो वहीं टीटी नगर में बोलेरो चोरी करने वाले तीन आरोपियों को भी पुलिस ने कैमरे के माध्यम से ही ट्रेस किया था. अन्य जगहों पर भी चोरी व अन्य घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों को पुलिस ने कैमरे के माध्यम से ही पकड़ा है. अभी भी पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि वो पुलिस का सहयोग करें और अपने घर के सामने कैमरे लगवा लें.