भोपाल। हर साल की तरह IPL शुरू होने के साथ ही सट्टा बाजार भी देशभर में धड़ल्ले से चल रहा है. आईपीएल मैच पर सटोरिए खूब कमाई कर रहे हैं. लेकिन हाइटेक होते जमाने के साथ सट्टा बाजार भी हाइटेक हो गया है, जिसके चलते पुलिस को इन सटोरियों तक पहुंचने में एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ता है. भारत के बड़े शहरों के अलावा दुबई में बैठे सरगना पूरे नेटवर्क को चला रहे हैं. आइए आपको बताते हैं कि किस तरीके से संचालित होता है यह सट्टा बाजार.
पहला तरीका
बुकी के पास एक पेटी होती है, यह पेटी लैपटॉप की तरह काम करती है. इस पेटी से 5 से लेकर 15 मोबाइल कनेक्ट किए जा सकते हैं. मुख्य बुकी इन मोबाइल पर आ रहे कॉल से सट्टा बुक करता है. मुख्य बुकी के अंडर में 5 से 6 लोग होते हैं. जो लोगों से बुकिंग लेते हैं और मुख्य बुकी को रूपये ट्रांसफर करते हैं. अगर सट्टा लगाने वाला जीत जाता है तो उसे उसके बुकिंग अमाउंट से ज्यादा पैसा मिलता है और अगर सट्टा हार जाता है तो उसका बुकिंग अमाउंट बुकी रख लेते हैं.
दूसरा और हाईटेक तरीका
इसमें बुकी सट्टा खेलने के लिए एक आईडी देता है, जिसे उसके बताए वेब पेज अथवा एप्लीकेशन में दर्ज करना होता है. इस आईडी को पहले रिचार्ज कराना होता है. जो कम से कम 5000 रूपये में होता है. इसकी अधिकतम सीमा करोड़ों में भी हो सकती है. इसी आइडी से हारे हुए रूपये कटते है. और जीते हुए पैसे जुड़ते हैं. जब भी सट्टा खेलने वाले को अपनी जीती रकम चाहिए होती है, उसे बुकी से संपर्क करके अपने अकांउंट से वो पासे कटवाने होते है, जिसके बदले बुकी उसे कैस अथवा अन्य किसी जरिए से वो रकम दे देता है.
लीगल सट्टे का भी एक हाइटेक प्रकार
पिछले कुछ सालों से हाईटेक सट्टे का यह तरीका काफी चलन में है, इन्हें कानूनी दाव पेंच के जरिए लीगल साबित किया गया है, लेकिन कहीं न कहीं ये भी सट्टे का ही एक रूप है. इसके लिए कई एप्लीकेशन जो बड़ी ही आसानी से डाउनलोड किये जा सकते हैं. इन एप्लीकेशन में मैच खेलने वाली दोनों टीमों की पूरी डिटेल्स होती है. यहां कई कांटेस्ट होते हैं, जिसमें एक छोटी रकम निवेश करना होता है, इसके जगह में अगर आपने कॉटेस्ट जीता तो अपको बड़ी रकम दी जाती है, जिसे आप सीधे अपने बैंक अकांउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं.
किस तरह फैला है सट्टा बाजार का जाल
ईटीवी भारत ने सट्टा बाजार को लेकर एक पूर्व सटोरी से इस बारे में बातचीत की तो पता चला कि इन दिनों हाईटेक सट्टे का ज्यादा बोल-बाला है. हाईटेक सट्टा न केवल बड़े शहरों में बल्कि गांव देहात तक भी पहुंच चुका है. सटोरियों ने बताया कि केवल आईपीएल मैच ही नहीं सट्टा बाजार में किसी भी खेल और किसी भी इवेंट पर सट्टा लगाया जा सकता है. इसका नेटवर्क गांव से लेकर दूसरे देशों तक फैला हुआ है.
शनिवार या रविवार को ही मिलता है कैस
ईटीवी भारत से बातचीत में सटोरिए ने यह भी बताया कि आईडी के थ्रू सट्टा खिलाने में बुकी को किसी भी तरह का डर नहीं होता है, क्योंकि आईडी के जरिए सट्टा खिलाने वाले कहीं भी हो सकते हैं. दूसरे देशों में या दूसरे शहरों में या फिर चलती कार अथवा ट्रेन में इससे उन्हें ट्रेस कर पाना मुश्किल होता है. सटोरिए ने यह भी बताया कि कैश रूपये लेने के लिए बाकायदा दिन भी तय किए गए हैं. बुकी से कैश पैसा लेने के लिए शनिवार या रविवार को ही संपर्क किया जा सकता है.
आईपीएल के साथ ही पुलिस भी सक्रिय
IPL शुरू होने के साथ ही भोपाल क्राइम ब्रांच भी सक्रिय हो गई है. पिछले कुछ दिनों में भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम ने ऐसी आधा दर्जन से ज्यादा कार्रवाई की है, जिसमें सटोरिए सट्टा खिला रहे थे. क्राइम ब्रांच ने अब तक की गई कार्रवाई में लगभग 25 लाख रूपये नगद बरामद किए हैं. वहीं 30 से ज्यादा सटोरियों और सट्टा लगाने वालों को गिरफ्तार भी किया गया है. पुलिस ने इनके पास से बड़ी मात्रा मोबाइल, एलईडी टीवी, लैपटॉप बरामद किया है.
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