भोपाल।मध्यप्रदेश में अब भगवान महाकाल को अपना भक्त साबित करने पर सियासी जंग शुरू हो गई है. जहां एक तरफ कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने महाकाल लोक के उद्घाटन में कमलनाथ के योगदान को अहम बताया है. साथ ही सरकार से मांग भी कि है की विशेष योगदान के लिए उनका विशेष उल्लेख होना चाहिए. वहीं उज्जैन निगम कमिश्नर को हटाए जाने पर भी कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. mahakal lok inaugurated by modi on 11 october, pm modi visit ujjain, congress bjp face to face in mahakal lok
बीजेपी-कांग्रेस में मची होड़:कांग्रेस का तर्क है कि उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर प्रोजेक्ट के उद्घाटन अवसर पर प्रदेश में कमलनाथ द्वारा जो महाकाल मंदिर के लिए उज्जैन के जीर्णोद्धार के लिए काम किए गए थे, उसको भी रेखांकित किया जाना चाहिए. उनका भी उल्लेख किया जाना चाहिए. महाकाल कॉरिडोर प्रोजेक्ट कमलनाथ द्वारा शुरू किए गए काम को ही भाजपा सरकार द्वारा आगे बढ़ाया गया है. महाकाल कॉरिडोर निर्माण का क्रेडिट लेने की होड़ लगी हुई हैं. बीजेपी प्रवक्ता डॉ हितेश वाजपेयी ने पलटवार करते हुए कहा कि क्या कारण था कि शिवराज सिंह की महाकाल-लोक परियोजना, जो 2018 में स्वीकृत की गयी थी पर कमलनाथ सरकार ने एक ईंट भी नहीं लगने दी? क्या इसी कारण कमलनाथ की सरकार महाकालेश्वर की कृपा से नेस्तनाबूद हो गयी थी.
कमलनाथ को क्रेडिट देने की मांग PM मोदी के दौरे से पहले बदले गए महाकाल मंदिर के प्रशासक, इलेक्ट्रिक व्हीकल में कॉरिडोर के दर्शन करेंगे प्रधानमंत्री
11 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी महाकाल लोक परियोजना का लोकार्पण करने वाले हैं, लेकिन इस निर्माण पर सियासी वार पलटवार भी शुरू हो गए हैं. इसके जरिए कांग्रेस कमलनाथ को हनुमान भक्त के बाद शिव भक्त भी बताना चाहती है. जनता को एक संदेश भी दे रही है की बीजेपी भले ही ये साबित करे की महाकाल कॉरिडोर उसने बनवाया है, लेकिन इस निर्माण की नींव तो कमलनाथ ने रखी थी.
कांग्रेस पर बीजेपी का पलटवार निगम कमिश्नर हटाए जाने पर कांग्रेस का निशाना:वहीं पीएम दौरे से पहले उज्जैन नगर निगम कमिश्नर को अचानक हटाए जाने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है. कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि सीएम के काफिले में गाय घुसने के बाद करवाई हुई है. कांग्रेस का कहना है की इसी के चलते सीएम ने उज्जैन निगम कमिश्नर को हटाया. कांग्रेस मीडिया प्रभारी ने वीडियो ट्वीट कर लिखा कि आक्रोशित सीएम ने निगम आयुक्त को हटाया, अच्छा हुआ सांड नहीं घुसा.
पीएम मोदी के उज्जैन से दौरे के पहले हटाए गए निगम कमिश्नर अंशुल गुप्ता, इससे पहले महाकाल मंदिर के प्रशासक भी बदले गए
बंदरबांट का लग रहा मामला:वहीं कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर शिवराज सरकार को घेरा है. सलूजा ने ट्वीट कर लिखा है कि शिवराज सरकार स्पष्ट करे कि प्रधानमंत्री के आगमन के पहले अचानक से दो जिम्मेदार अधिकारियों को उज्जैन से हटाने की वजह क्या है? क्या महाकाल लोक योजना के कार्यों में भ्रष्टाचार का कोई मामला है. यदि भ्रष्टाचार कारण है तो यह बेहद गंभीर मामला है. वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री 11 अक्टूबर को उज्जैन महाकाल मंदिर आ रहे हैं. पहले 21 सितंबर को महाकाल मंदिर प्रशासक को हटाना, अब मात्र 4 दिन पहले उज्जैन नगर निगम आयुक्त को अचानक से हटाना. ऐसा आज तक नहीं देखा. कुछ बड़ा गड़बड़झाला है. बंदरबांट का मामला लग रहा है. (mahakal lok inaugurated by modi on 11 october) (pm modi visit ujjain) (congress bjp face to face in mahakal lok)