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Published : Dec 27, 2020, 12:44 PM IST

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हम हैं नंबर वन :PM मोदी ने MP के तेंदुआ स्टेट बनने पर जताई खुशी

प्रधानमंत्री मोदी ने 2020 के आखिरी 'मन की बात' संबोधन में मध्यप्रदेश के तेंदुआ स्टेट (Leopard State) बनने पर गर्व और खुशी जाहिर की. इस दौरान उन्होंने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया.

भोपाल
प्रधानमंत्री मोदी

दिल्ली/भोपाल। पीएम मोदी ने अपने 2020 के आखिरी 'मन की बात' का संबोधन किया. इस दौरान उन्होंने 2020 में हुई तमाम गतिविधियों के बारे में बात की. इस के तहत उन्होंने हाल ही में फिर से तेंदुआ स्टेट (Leopard State) का खिताब बरकरार रखने पर मध्यप्रदेश की तारीफ की और इस बात पर गर्व और खुशी जाहिर की. पीएम ने कहा कि एमपी में तेंदुओं की संख्या जबसे ज्यादा है.

मन की बात

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ' भारत में 2014 से 2018 के बीच 60 प्रतिशत तेंदुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. तेंदुए की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों में मध्यप्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र सबसे ऊपर हैं और ये इन राज्यों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.' पीएम मोदी ने कहा कि, इस तरह भारत ने तेंदुओं की संख्या में बढ़ोतरी कर पूरे विश्व को एक रास्ता दिखाया है.'

गौरतलब है कि टाइगर स्टेट के साथ-साथ मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) अपने तेंदुआ स्टेट (Leopard State) का खिताब बरकरार रखने में भी कामयाब हो गया है. दिसंबर 2017 से मार्च 2018 तक देशभर में चले बाघ आकलन के दौरान प्रदेश में 3421 तेंदुओं की गिनती भी हुई है, जो देशभर में सबसे अधिक हैं. केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने तेंदुआ गिनती के आंकड़े घोषित किए हैं.

  • चार साल में बढ़े 1604 तेंदुआ

साल 2014 की गिनती में प्रदेश में 1817 तेंदुए थे. इस तरह प्रदेश में इन चार सालों के भीतर 1604 तेंदुओं की बढ़ोतरी हुई है. वो भी उस दौरान जब यहां हर साल औसतन 60 तेंदुओं की कई कारणों से मौत हो जाती है.

  • कर्नाटक को दूसरा स्थान

दो साल पहले हुए गणना के मुताबिक आंकड़ों के हिसाब से 80 फीसदी तेंदुए ऐसे भी हैं, जो ट्रेप कैमरे ने क्लिक किए गए हैं. 1783 तेंदुओं के साथ कर्नाटक देश में दूसरे नंबर पर रहा है. बाघ स्टेट के बाद प्रदेश को तेंदुआ स्टेट का तमगा मिलने से सरकार और वन अधिकारी खुश हैं.

ये भी पढ़े-मध्य प्रदेश टाइगर स्टेट के बाद अब लेपर्ड स्टेट भी बना, राज्य में 3421 तेंदुए

  • लगातार दूसरी बार बने सिरमोर

तेंदुओं के मामले में मध्य प्रदेश को लगातार दूसरी बार ये उपलब्धि मिली है. साल 2014 में देश में पहली बार तेंदुओं को गिनती में शामिल किया गया और प्रदेश में 1817 तेंदुए गिने गए. कर्नाटक तब भी दूसरे नंबर पर ही था. वहां 1129 तेंदुए गिने गए थे.

  • इन 16 जिलों में पहली बार नजर आए तेंदुए

वन विभाग द्वारा साल 2017 में आंतरिक गिनती कराई थी. जिसमें बैतूल, शहडोल, खंडवा, सागर, डिंडौरी, छतरपुर, सिंगरौली, सतना समेत 16 जिलों में पहली बार तेंदुए के होने के सबूत मिले थे. इन जिलों में पिछले दो-तीन साल में तेंदुओं का मूवमेंट शुरू हुआ था. जबकि प्रदेश के 30 जिलों में पहले से तेंदुए होने के प्रमाण मिल चुके हैं.

  • टाइगर स्टेट (Tiger state) के साथ तेंदुआ स्टेट का भी मिला खिताब

इतना ही नहीं मध्य प्रदेश के पास ही टाइगर स्टेट का भी खिताब है. देश में सबसे ज्यादा 526 बाघ मध्य प्रदेश में ही हैं.अब सर्वाधिक 3421 तेंदुआ भी यहीं हैं. साल 2017- 2018 में की गई, गिनती में प्रदेश में 3271 से 3571 तेंदुए गिने गए.इसमें से भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के वैज्ञानिकों ने औसत 3421 का आंकड़ा निकाला है.

मध्य प्रदेश टाइगर स्टेट के बाद अब लेपर्ड स्टेट भी बन गया है. बाघों के बाद अब मध्य प्रदेश में देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा तेंदुए हैं. सन 2018 की स्थिति में जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में 3421 तेंदुए है. इस लिहाज से मध्य प्रदेश ने अब तेंदुआ की संख्या में कर्नाटक और महाराष्ट्र को भी पीछे छोड़ दिया है. देशभर में तेंदुआ की तादात में 60 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है.

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