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भोपाल नगर निगम का ये कैसा नियम, मुसीबत का सबब बना बल्क कनेक्शन - भोपाल नगर निगम

भोपाल नगर निगम लाख दावे करता है कि वो सबसे अच्छे निगमों में से एक है, जहां पर शहरवासियों का पूरा ख्याल रखा जाता है और तमाम तरह की भी सुविधाएं दी जाती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है.

Connection made public trouble
कनेक्शन बना जनता की मुसीबत

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Published : Oct 16, 2020, 4:10 PM IST

भोपाल। भोपालनगर निगम दावे करता है कि, वो सबसे अच्छे निगमों में से एक है, जहां पर शहरवासियों का पूरा ख्याल रखा जाता है और तमाम तरह की भी सुविधाएं दी जाती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है. कॉलोनी बसाई जाती हैं तो रहवासी घर खरीदने से पहले पानी की सुविधा को देखता है, लेकिन भोपाल नगर निगम का बल्क कनेक्शन जनता के लिए मुसीबत बनता जा रहा है.

बल्क कनेक्शन बना मुसीबत!

भोपाल शहर का जैसे-जैसे विस्तार होता जा रहा है वैसे-वैसे बल्क कनेक्शन की मांग भी बढ़ती जा रही है और यही जनता के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है. दरअसल बल्क कनेक्शन नगर निगम कवर्ड कैंपस को देता है, यहां पर निगम सिंगल नल कनेक्शन नहीं देता है. जिन्हें सिंगल नल कनेक्शन चाहिए भी होता है, उसे भी नहीं दिया जाता है. नगर निगम ने नियम बना रखा है कि, कवर्ड कैंपस में सिंगल कनेक्शन नहीं दिया जाएगा. क्योंकि कॉलोनाइजर रहवासियों से पैसे लेता हैं इंटरनल पाइप लाइन बिछाने के लिए, इसलिए निगम बल्क कनेक्शन ही देता है.

वसूली पूरी, सुविधा जीरो

शहर की कई कॉलोनी ऐसी हैं, जो नगर निगम के हिसाब से अवैध हैं, जिसके चलते निगम वहां कोई सुविधा नहीं देता है. लेकिन प्रॉपर्टी टैक्स और डेवलपमेंट शुल्क वसूला जाता है. स्थानीय रहवासी जब नल कनेक्शन लेने जाते हैं, तो उन्हें अवैध कॉलोनी का बोलकर वापस लौटा दिया जाता है. कॉलोनी के रहवासी गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, लेकिन सवाल ये है कि, जब प्रॉपर्टी टैक्स और डेवलपमेंट शुल्क वसूला जा रहा है, तो सुविधा क्यों नहीं दी जा रही.

कॉलोनाइजर की कमाई

शहर की कई कॉलोनियां ऐसी हैं, जहां पर कॉलोनाइजर तमाम सुविधा देता है और नगर निगम को कॉलोनी हैंड ओवर नहीं करता. क्योंकि वो रहवासी से मेंटेनेंस के नाम पर महीने का शुल्क वसूलते हैं. कॉलोनी हैंड ओवर नहीं होने के कारण निगम यहां पर सुविधा भी नहीं देता है और इसी कारण रहवासियों को नगर निगम की कोई सुविधा नहीं मिल पाती है.

कैसे मिलता है बल्क कनेक्शन ?

अगर आप भी नगर निगम के निवासी हैं, तो आपके लिए ये जानना जरूरी है कि, कैसे मिलता है बल्क कनेक्शन ? नगर निगम कवर्ड कैंपस में बल्क कनेक्शन देता है, इसके लिए पहले निगम के जल विभाग में आवेदन दिया जाता है, जिसका शुरुआती शुल्क एक से डेढ़ लाख रुपए होता है. निगम कवर्ड कैंपस में 1 मीटर लगाता है और पानी का कनेक्शन कैंपस की टंकी तक देता है. इसके बाद कैंपस की पाइप लाइन से घर-घर पानी पहुंचता है. निगम के द्वारा 1 हजार लीटर पानी इस्तेमाल करने पर 14 रुपए शुल्क लिया जाता है. मीटर बताता है कि, कैंपस में पानी का कितना इस्तेमाल किया गया है उसी के हिसाब से बिल आता जाता है.

कैसे मिलता है सिंगल नल कनेक्शन ?

अगर आप नगर निगम के निवासी हैं तो आपके लिए ये भी जानना जरूरी है कि, कैसे मिलता है सिंगल नल कनेक्शन ? तो आपको बता दें कि, सिंगल नल कनेक्शन बल्क कनेक्शन से पूरी तरह अलग है. यहां एक व्यक्ति नल कनेक्शन ले सकता है. जिसके लिए उसे 3 हजार रुपए की पर्ची कटवानी पड़ती है. इसके अलावा एलआईजी कॉलोनी के रहवासियों को 7 हजार पांच सौ रुपए देने पड़ते हैं, तो एमआईजी वासियों को 10 हजार रुपए, वहीं ईडब्ल्यूएस को 5 हजार रुपए देने होते हैं. यहां सिंगल कनेक्शन का महीने का शुल्क 180 रुपए है, तो वहीं गरीबी रेखा वालों को 30 रुपये देने होते हैं.

भोपाल में हैं दो लाख 30 हजार नल कनेक्शन

भोपाल में दो लाख 30 हजार के करीब नगर निगम के नल कनेक्शन हैं और इसी के जरिए नगर निगम घर-घर तक सुबह और शाम पानी पहुंचाता है. इसके अलावा डेढ़ हजार के करीब बल्क कनेक्शन दिए गए हैं. शहर में पहले 70 नगर निगम के वार्ड हुआ करते थे, लेकिन पिछले नगर निगम चुनाव से पहले किए गए परिसीमन के बाद 85 वार्ड हो गए थे. शहर के आसपास की कई कालोनियों को नगर पालिका से नगर निगम में शामिल किया गया था, यहां भी पाइपलाइन डाली जा रही है.

जल ही जीवन है

पिछले 2 साल से भोपाल में अच्छी बारिश दर्ज की गई है और यही कारण है कि, नगर निगम मांग से ज्यादा पानी सप्लाई कर रहा है. लेकिन 2017-18 में पानी को लेकर शहर के काफी इलाकों में पानी किल्लत देखी गई थी. अगर पानी की बर्बादी को आज नहीं रोका, तो आने वाले भविष्य में फिर से पानी को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है,

आवश्यकता से ज्यादा पानी की सप्लाई

भोपाल नगर निगम शहर में सुबह-शाम पानी की सप्लाई करता है, अलग-अलग इलाकों के लिए निगम ने प्लान तैयार कर रखा है. उसके हिसाब से सुबह-शाम पानी दिया जाता है. निगम शहर में आधा घंटा से लेकर डेढ़ घंटे तक पानी सप्लाई करता है. निगम शहर में 160 पानी की टंकियों के जरिए 1 दिन में 104 एमजीडी पानी सप्लाई करता है, जबकि शहर में 90 एमजीडी पानी की आवश्यकता रहती है. वहीं नगर निगम का बल्क कनेक्शन लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है.

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