भोपाल। स्मार्ट सिटी की नीतियों के विरोध में बाणगंगा रहवासियों ने कलेक्टर तरुण पिथोड़े को ज्ञापन सौंपा. स्मार्ट सिटी परियोजना के चलते इस इलाके में रहने वाले लोगों के मकान तोड़े जा सकते हैं, इसी आशंका के चलते स्थानीय लोगों ने कलेक्टर तरुण पिथोड़े को ज्ञापन सौंप और अपनी समस्याएं बताई.
मकान तोड़े जाने के डर से कलेक्टर के पास पहुंचे लोग, स्मार्ट सिटी परियोजना के विरोध में सौपा ज्ञापन
भोपाल को स्मार्ट सिटी बनाने के विरोध में बाणगंगा रहवासियों ने कलेक्टर तरुण पिथोड़े को ज्ञापन सौंपा. उनका कहना है कि उन्हे स्मार्ट सिटी से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन इसकी नीतियों को तहत उसके घर तोड़े जा रहे हैं, जिसकी वजह से वह परेशान हैं.
बाणगंगा इलाके में रहने वाले लोगों का कहना है कि 2 वर्ष पहले भी एक कैंडल मार्च निकाला था, जिसमें हजारों की तादाद में लोग एकत्रित हुए थे. तब शासन ने आश्वासन दिया था कि बाणगंगा वासियों को सुरक्षित किया जाएगा, लेकिन उसके बाद भी अब जवाहर चौक स्थित कस्तूरबा स्कूल के सभी नए भवन को तोड़ दिया गया है और वहां हाइड्रोलिक मशीन से ब्रिज के पिलर बनाए जा रहे हैं. इसी वजह से लोगों को अपने मकानों के टूटने का डर शताने लगा है.
उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को कुछ लोगों द्वारा ईडब्ल्यूएस के मकानों के सामने से 80 फीट रोड का निकलना बताया गया, इसी से परेशान होकर लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.