भोपाल। शहर में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, जैसे-जैसे संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे व्यवस्थाओं की पोल भी खुल रही है. मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में लगातार अव्यवस्थाओं की पोल खुल रही है. शहर के आईसर क्वारेंटाइन सेंटर में लोगों ने इस अव्यवस्था के खिलाफ जमकर हंगामा किया, यह हंगामा सुबह से शुरु हुआ और देर रात तक जारी रहा.
अव्यवस्था के खिलाफ क्वारेंटाइन सेंटर में लोगों का हंगामा लोगों का आरोप है कि क्वारेंटाइन सेंटर में किसी भी प्रकार की व्यवस्था प्रशासन की ओर से नहीं की गई है, जिसकी वजह से यहां आए हुए लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, प्रशासन की ओर से क्वारेंटाइन सेंटर में ना तो खाने पीने की व्यवस्था की गई है और ना ही यहां आए लोगों को रहने के लिए किसी प्रकार की सुविधा दी जा रही है. जिसकी वजह से भर्ती 200 लोगों को परेशानी हो रही है, और प्रशासन को शिकायत करने के बाद भी कोई सुधार नहीं किया गया है.
बता दें, आईसर क्वारेंटाइन सेंटर में शहर के कई क्षेत्रों के लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है. लेकिन प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार के समुचित इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिसकी वजह से इस क्वारेंटाइन सेंटर में ठहरे हुए लोगों ने सोमवार को जमकर हंगामा किया. लोगों का यह विरोध सुबह से लेकर देर रात तक जारी रहा है, जिसके बाद देर रात क्वारेंटाइन सेंटर पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे और लोगों को शांत कराने की कोशिश की. साथ ही उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी SDM को भी दी. पुलिस प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि जो भी अव्यवस्थाएं इस क्वारेंटाइन सेंटर में सामने आ रही हैं, उन्हें जल्द दुरुस्त किया जाएगा.
यहां ठहरे लोगों का आरोप है कि उनके पिता कोरोना पॉजिटिव हुए हैं, लेकिन प्रशासन ने परिवार के सदस्यों को क्वारेंटाइन सेंटर में लाकर छोड़ दिया है. जबकि जो व्यक्ति पॉजिटिव हुआ है, उसे अब तक अस्पताल नहीं भेजा गया और वह अभी भी घर पर अकेले हैं. ऐसी स्थिति में उनके खाने-पीने का इंतजाम भी नहीं हो पा रहा है, क्योंकि घर के सभी सदस्य को क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे हैं. वहीं दूसरी ओर क्वारेंटाइन सेंटर में ना तो सुबह चाय या नाश्ते की व्यवस्था की जा रही है और ना ही समय पर खाना उपलब्ध हो पा रहा है. यहां तक कि सोने के लिए बिस्तर भी उपलब्ध नहीं है, जिसकी वजह से यहां ठहरे हुए सभी लोग परेशान हो रहे हैं.