भोपाल। दुनियाभर में कोविड-19 के कारण लोग अपने अपने घरों में रहने को मजबूर हैं. देश में 3 मई तक लॉकडाउन है. लेकिन लॉकडाउन में वन्य जीव प्राणियों की गतिविधि तेज हो गई है और जानवर इंसानों की बस्ती में घुसने लगे हैं. इससे इंसानों की जान को खतरा बन गया है. इस कड़ी में मध्यप्रदेश में वन्यजीवों ने अब तक 13 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है.
लॉकडाउन के बीच वन्यजीवों की बढ़ी सक्रियता, 27 दिन में 13 लोगों का किया शिकार - Attacks of wildlife on humans
मध्यप्रदेश में वन्यजीव अपना दायरा बढ़ाने में लगे हुए हैं. प्रदेश में वन्यजीवों के हमले से अब तक 13 मौतें हो चुकी हैं. जिसके बाद से वन्य क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोग दहशत में जी रहे हैं.
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वाइल्ड लाइफ के एपीसीसीएफ जेएस चौहान के अनुसार ओडिशा और महाराष्ट्र से बालाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा होते हुए राम और बलराम हाथियों की जोड़ी ने 12 अप्रैल सिवनी जिले के गांव पर हमला किया था. जिसमें 3 व्यक्ति की मौत हुई थी. इसके साथ ही शहडोल में भी एक जंगली भालू के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. सिवनी और धार के आसपास के इलाके में तेंदुए ने एक व्यक्ति पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था.
बता दें पिछले 27 दिन में जंगली जानवरों के हमले से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. टाइगर रिजर्व के अलावा अन्य वन्य क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों डर के साए में जी रहे हैं.