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सरकार की अनुमति के बाद भी थमे हैं बसों के पहिए, यात्री हो रहे परेशान

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Published : Aug 21, 2020, 11:47 AM IST

सरकार की अनुमति के बाद भी बस संचालक यात्री बसों का संचालन नहीं कर रहे हैं. अपनी मांगों को लेकर संचालक अड़े हुए हैं, जिससे यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है.

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सरकार की अनुमति के बाद भी थमे हैं यात्री बसों के पहिए,

भोपाल। राजधानी समेत प्रदेश भर में यात्री बसों के पहिए अभी भी थमे हुए हैं. सरकार की अनुमति के बाद भी अपनी मांगों को लेकर बस संचालक अड़े हुए हैं, बस संचालकों ने कोरोना काल में लगाए गए 420 करोड़ के टैक्स को माफ करने की मांग की है. साथ ही बस का किराया 50 फीसदी बढ़ाने की भी मांग बस संचालक कर रहे हैं. एसोसिएशन की इस हड़ताल से आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

सरकार की अनुमति के बाद भी थमे हैं यात्री बसों के पहिए,

राज्य सरकार की अनुमति के बाद भी बस ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन हड़ताल पर हैं. जिसके चलते राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर की करीब 35 हजार से भी ज्यादा यात्री बसों के पहिए थमे हुए हैं. बस ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि, कोरोना काल में बस पर लगाए गए रोड टैक्स को माफ किया जाए. साथ ही यात्री बसों का किराया 50 फीसदी तक बढ़ाया जाए. एसोसिएशन की हड़ताल से आम आदमी को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ यात्री ऐसे हैं, जिन्हें भोपाल से बाहर जाना है, लेकिन बसें बंद होने के चलते वो काफी परेशान हो रहे हैं.

बता दें कि, कोरोना वायरस के चलते पिछले कुछ महीनों में यात्री बसों समेत ट्रांसपोर्टेशन बंद था. लेकिन अनलॉक होने के बाद अब ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर यात्री बसें चलाने से इनकार कर रहे हैं. मध्यप्रदेश में 35 हजार से भी ज्यादा यात्री बसें हैं. वहीं भोपाल में 7 हजार से ज्यादा यात्री बसें संचालित होती हैं.

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