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मानसरोवर स्कूल में आया फीस वसूली का मामला, अभिभावकों ने स्कूल का घेराव कर किया जमकर हंगामा - भोपाल न्यूज

कोलार स्थित मानसरोवर स्कूल के बाहर बच्चों के अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया है. अभिभावकों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते सभी तरह के व्यवसाय बंद हैं, ऐसे में अभिभावक बच्चों की फीस देने में असमर्थ हैं, लेकिन स्कूल द्वारा लगातार फीस के लिए नोटिस भेजा जा रहा है.

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अभिभावकों ने स्कूल का घेराव कर किया जमकर हंगामा

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Published : Sep 24, 2020, 5:33 PM IST

भोपाल। राजधानी में अभिभावकों ने कोलार स्थित मानसरोवर स्कूल के बाहर जमकर हंगामा किया. अभिभावकों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते सभी तरह के व्यवसाय बंद हैं, ऐसे में अभिभावक बच्चों की फीस देने में असमर्थ हैं, लेकिन स्कूल द्वारा लगातार फीस के लिए नोटिस भेजा जा रहा है. फीस नहीं देने पर बच्चों को टीसी दी जा रही है. जिससे परेशान अभिभावक लंबे समय से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, बाल आयोग के चक्कर काट रहे हैं. बावजूद इसके स्कूल पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिससे नाराज अभिभावकों ने मानसरोवर स्कूल के बाहर चक्का जाम कर जमकर हंगामा किया.

अभिभावकों ने स्कूल का घेराव कर किया जमकर हंगामा

भोपाल के मानसरोवर स्कूल के अभिभावकों ने कोलार में चक्का जाम कर जमकर हंगामा किया. अभिभावकों का कहना है कि लंबे समय से अभिभावकों को फीस के लिए नोटिस दिया जा रहा है. लॉकडाउन के चलते अभिभावक फीस देने में असमर्थ हैं, फीस की मनमानी पिछले 6 माह से चल रही है और इसको लेकर अभिभावक कई बार स्कूल शिक्षा मंत्री से भी मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन स्कूलों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिससे नाराज अभिभावकों ने मानसरोवर स्कूल का घेराव कर जमकर हंगामा किया.

अभिभावकों ने स्कूल के बाहर नो स्कूल नो फीस के नारे लगाए, अभिभावकों का कहना है कि कोरोना के चलते लॉकडाउन को अब 6 माह से ज्यादा हो चुका है. स्कूल खुले नहीं हैं, ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जा रही हैं, लेकिन स्कूलों द्वारा ऑनलाइन एक्टिविटी के भी पैसे वसूले जा रहे हैं. जबकि प्रशासन के आदेशों के अनुसार केवल ट्यूशन फीस की वसूली की जा सकती है, लेकिन स्कूलों द्वारा पूरे 6 माह की फीस वसूली जा रही है. साथ ही ऑनलाइन एक्टिविटी के पैसे भी स्कूलों द्वारा मांगे जा रहे हैं. स्कूल जाने पर अभिभावकों को परेशान किया जाता है. जिससे अभिभावक मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं. ऐसे में अभिभावकों के पास प्रदर्शन करने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं रह गया है.

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